जिला विद्यालय वाहन परिवहन सुरक्षा समिति की हुई बैठक
डीएम शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में जिला विद्यालय वाहन परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट...
स्कूली वाहनों के भौतिक-तकनीकि की करें सघन जांच: डीएम
बगैर नियम के परिवहन करने पर सख्त कार्यवाही के दिए निर्देश
चित्रकूट। डीएम शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में जिला विद्यालय वाहन परिवहन सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
उन्होंने पुलिस तथा परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शैक्षिक संस्थानों के बच्चों की सुरक्षा के लिए विद्यालय वाहनों के विनियमन, नियन्त्रण के दृष्टिगत् संघन प्रवर्तन की कार्यवाही करें। स्कूली वाहनो की भौतिक, तकनीकी दशा की जांच उच्चतम न्यायालय के निर्धारित मानकों के अनुरूप किया जाए। वाहन में सभी वैध कागजात होना चाहिए। पारदर्शी फर्स्ट एड बाक्स, वीआईएस मार्क दो किलो क्षमता वाले अग्निशमन यन्त्र, सीएनजी चालित वाहनों में सिलिन्डर के ऊपर सीट का कोई उपबन्ध नहीं होना चाहिये। सभी वाहन गतिसीमा यन्त्र से युक्त हो। सीसीटीवी कैमरे लगे होना चाहिए। 18 वर्ष की आयु से कम छात्र-छात्रायें को दो एवं चार पहिया वाहन विद्यालय लाने में प्रतिबन्धित किया जाए। डीआईओएस एवं बीएसए को निर्देश दिए कि सभी विद्यालयों में सड़क यातायात जागरूकता एवं यातायात व्यवस्था के लिए एक नोडल टीचर नामित करें। वाहन में एक अध्यापक रहे। उन्होंने अधिशासी अधिकारियों से कहा कि विद्यालय परिवहन सुरक्षा समिति, संबंधित पुलिस अधिकारी एवं नगर पालिका प्राधिकारी से विचार विर्मश कर विद्यालय वाहनों के लिए पार्किंग एवं विश्राम स्थलों को चिन्हित करें। वाहन चालकों का चरित्र सत्यापन पुलिस विभाग से कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।
डीएम ने शैक्षिक संस्थानों के प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य को निर्देश दिए कि विद्यालय परिवहन सुरक्षा समिति का गठन कर अध्यक्ष प्रत्येक वर्ष जुलाई, अक्टूबर, जनवरी एवं अप्रैल में बैठक अवश्य करें। वाहन चालक व क्लीनर प्रॉपर वर्दी पर अवश्य रहे। वाहन में हेल्प लाइन ननंबर लिखे रहने चाहिए। बैठक में एडीएम उमेशचन्द्र निगम, सदर एसडीएम पूजा साहू, सीओ यातायात यामीन अहमद, यात्री कर अधिकारी दीप्ति त्रिपाठी, एक्सईएन लोनिवि प्रांतीय खंड संतोष कुमार, डीपीआरओ इन्द्र नारायण सिंह, डीआईओएस संतोष कुमार मिश्रा, बीएसए बीके शर्मा, यातायात प्रभारी शैलेंद्र सिंह, रेड क्रॉस सोसायटी सचिव केशव शिवहरे सहित संबंधित अधिकारी, विद्यालयों के प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य मौजूद रहे।