निवेशकों की पहली पसंद बना जबलपुर का आईटी पार्क

जबलपुर का बरगी हिल्स स्थित आईटी पार्क एवं इलेक्ट्रॉनिक मेन्युफैक्चरिंग कलस्टर अपनी बेहतरीन सेंटर लोकेशन की वजह से..

निवेशकों की पहली पसंद बना जबलपुर का आईटी पार्क

भोपाल, 

जबलपुर का बरगी हिल्स स्थित आईटी पार्क एवं इलेक्ट्रॉनिक मेन्युफैक्चरिंग कलस्टर अपनी बेहतरीन सेंटर लोकेशन की वजह से निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। सड़क, रेलवे और वायु मार्ग से यहाँ की शानदार कनेक्टिविटी निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।

अब तो निवेशकों ने भी यह मान लिया है कि यहाँ राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई बेहतरीन सुविधाओं के चलते कारोबार को तरक्की मिलेगी। परिवहन की बेहतर कनेक्टिविटी की वजह से यहाँ कच्चे माल को लाने और तैयार माल को बाहर भेजने की तमाम सुविधा मौजूद है।

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जैसे-जैसे यहाँ पर नामचीन आईटी और मेन्युफैक्चरिंग कंपनियों की आमदगी बढ़ रही है, वैसे-वैसे आसपास के क्षेत्रों में धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियाँ भी तेज हो रही हैं।

जनसम्पर्क अधिकारी मनोज श्रीवास्तव ने गुरुवार को बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी पहल एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जबलपुर जिले के लिए जिन तीन गतिविधियों को चयनित किया है, उनमें आई.टी. पार्क एवं मेन्युफैक्चरिंग क्लस्टर सहित मटर प्र-संस्करण और रेडीमेड गारमेंट क्लस्टर शामिल है।

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  • 250 करोड़ रुपये का निवेश

उन्होंने बताया कि बरगी हिल्स की सुरम्य वादियों में 83 एकड़ भू-क्षेत्र वाले आईटी पार्क की अब तक 63 एकड़ भूमि का आवंटन कंपनियों को किया जा चुका है। यहाँ करीब 250 करोड़ रुपये का निवेश कर 12 आईटी और 8 इलेक्ट्रॉनिक मेन्युफैक्चरिंग कंपनियों ने काम भी शुरू कर दिया है।

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  • 5 हजार लोगों को रोजगार

आईटी पार्क में आइडिया सेलुलर लिमिटेड का डाटा सेंटर, मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, एसिस्ट क्लिक और पेटीएम कॉल सेंटर (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) चला रही है। फार्च्युन केपिटल सर्विसेस कंपनी यहाँ से अपना नॉलेज प्रोसेस आउटसोर्सिंग संचालित कर रहा है।

वोडाफोन, फार्च्युन केपिटल, प्रेम संस, इंडिया, रेटिनोड्स, सॉफ्टवेयर सोल्यूशन सर्विसेस, पोलीपैक, रेक्टीट्यूड सोल्यूशन, टीएसडी, लोगीमॉन्क टेक्नॉलाजी, संपूर्ण रसोई, अदिति इलेक्ट्रिकल्स, एनोड इलेक्ट्रानिक्स प्रायवेट लिमिटेड, नाइट टेक प्राइवेट लिमिटेड, एक्वा सोल्यूशन, सरोवा पम्प, आशीष कम्प्यूटर और बनाना इलेक्ट्रिकल्स जैसी कंपनियों के माध्यम से करीब 5 हजार से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिला है। फ्लिपकार्ट और अमेजॉन जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियाँ भी यहाँ कॉल सेंटर और वेयर हाउस बनाने की संभावनाएँ तलाश रही हैं।

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  • वोकल फॉर लोकल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फॉर लोकल के आव्हान को फलीभूत करने आईटी पार्क में मौजूदा समय में मिशन मोड में काम हो रहा है।

यहाँ स्थापित कंपनियों ने सॉफ्टवेयर, कम्प्यूटर केबल, डाटा केबल, सोलर लाइट, चार्जर, सीसीटीव्ही कैमरे, बिजली बल्व का निर्माण शुरू कर दिया है। जिस तेजी से कंपनियों में उत्पादन शुरू है उसे देखते हुए प्रतीत हो रहा है कि साल भर के अंदर यहाँ करीब 10 से 15 हजार लोगों को रोजगार मिलने लगेगा।

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  • उत्पादों की विदेशों में बढ़ी मांग

आईटी पार्क की कंपनियों के उत्पाद अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के उत्पादों के मुकाबले सस्ते और गुणवत्तायुक्त होने की वजह से न केवल देश बल्कि विदेश में भी निर्यात किये जा रहे हैं।

प्रेसंस इंडिया कंपनी के कंट्रोल पैनल और इलेक्ट्रिक उत्पादों को श्रीलंका और मलेशिया तथा एनोड इलेक्ट्रिकल कंपनी को नेपाल इलेक्ट्रिसिटी की ओर से इलेक्ट्रिक वायर का बड़ा आर्डर मिला है।

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  • निवेशकों में मची होड़

राज्य सरकार की आईटी फ्रेंडली नीतियों से प्रभावित निवेशकों में जबलपुर के आईटी पार्क में कारोबार जमाने के लिए होड़ मची हुई है। अब तक 20 से अधिक निवेशक यहाँ कारोबार शुरू कर चुके हैं, वहीं 116 कंपनियाँ अधोसंरचना विकास में लगी हैं।

इनमें जबलपुर पॉवर इंजीनियरिंग, दक्ष फाउंडेशन, लाइडर इलेक्ट्रिकल, आदित्य इंफोटेक, एग्रोटेक जैसी बड़ी कंपनियाँ शामिल हैं। आईटी पार्क में जमीन की शासकीय निर्धारित दर 86 रुपए प्रतिवर्ग फुट थी जो कंपनियों की आपसी प्रतिस्पर्धा में बढ़कर 300 रुपये तक पहुँच गई है।

पार्क में भू-खंडों का आवंटन टेंडर प्रक्रिया से किया जाता है। स्थिति यह बन गई है कि 33 भूखंडों के लिए 93 कंपनियों ने टेण्डर जमा किया। निवेशकों की रूचि का आलम यह है कि आईटी सेक्टर की 60 नामचीन कंपनियां अभी भी यहां भू-खंड हासिल करने की कतार में हैं।

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हि.स

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