बांदा के इस गांव में औद्योगिक गलियारा विकसित होगा, सीएम योगी करेंगे शिलान्यास
यूपी के नक्शे में बुंदेलखंड की तस्वीर काफी धुंधली थी और पिछड़ापन और बदहाली यहां की तकदीर बन चुका था। इसी तस्वीर को साफ करने के लिए ...
यूपी के नक्शे में बुंदेलखंड की तस्वीर काफी धुंधली थी और पिछड़ापन और बदहाली यहां की तकदीर बन चुका था। इसी तस्वीर को साफ करने के लिए बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में बुंदेलखंड को प्राथमिकता में रखा और 2017 के चुनावों के बाद यहां पर एक के बाद सौगातों की बारिश करना शुरू कर दी। इसी का नतीजा हुआ कि पिछले वर्ष हुए विधानसभा के चुनावों में बीजेपी पार्टी ने बुंदेलखंड में दोबारा अपना परचम लहराया और यहां के बाशिंदो को हर घर नल, डिफेंस कॉरिडोर और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे जैसी योजनाओं से नवाजा गया। अब बांदा में एक्सप्रेसवे पर मवई बुजुर्ग टोल प्लाजा के निकट यूपीडा विकास प्राधिकरण की तर्ज पर औद्योगिक गलियारा विकसित कर रहा है। इसके लिए जमालपुर गांव में 300 हेक्टेअर जमीन चिह्नित की गई है। अधिकारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री जल्द ही यहां औद्योगिक गलियारा का शिलान्यास करने आ सकते हैं।
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शासन के निर्देश पर यूपीडा के अधिकारियों ने कुछ दिन पहले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर उरई, जालौन इटावा के ताखा और बांदा समेत पांच जगहों पर जमीन का निरीक्षण किया गया। यूपीडा के अनुसार जमीन को औद्योगिक गलियारा के लिए लैण्ड बैंक बनाया जाएगा। इसमें वह भूमि चयनित की जाएगी जो एक्सप्रेसवे के उतरने चढ़ने वाले कट के आसपास होगी। साथ ही जमीन पर बाढ़ क्षेत्र में ना आती हो साथ ही जमीन पर कोई आबादी नहीं हो। इसके लिए बांदा के जमालपुर गांव में 300 हेक्टेअर जमीन उपयुक्त पायी गई जिसे चिह्नित की गई । इस भूमि में औद्योगिक गलियारा विकसित कर बिजली,पानी, सड़क, चहारदीवारी सहित सारी सुविधाएं व्यापारियों को देंगे। ताकि वह यहां बड़े उद्योग और कारखाने लगा सकें।
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बताया जा रहा है कि अब यहां औद्योगिक गलियारा विकसित करने का समय नजदीक आ गया है। इसके लिए महीनों से जमीन की तलाश की जा रही थी। पिछले सप्ताह यूपीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुजीत चंद्र शाही यहां दौरे पर आए थे। उन्होंने जमालपुर में औद्योगिक गलियारा की जमीन देखी थी। यह जमीन उन्होंने लगभग फाइनल कर दी है। बस सरकार की हरी झंडी का इंतजार है। यूपीडा के अधिकारियों का कहना है कि पहले 14 अगस्त को मुख्यमंत्री के यहां आने और औद्योगिक गलियारा के लिए भूमि पूजन करने की तैयारी थी, लेकिन कालूकुआं और बाबूलाल चौराहे के चौड़ीकरण का कार्य अभी पूरा न होने के कारण तिथि 24 अगस्त कर दी गई थी। मुख्यमंत्री यहां औद्योगिक गलियारा के लिए भूमि पूजन के साथ इन चौराहों का लोकार्पण भी करेंगे। हालांकि अभी चौराहों पर काफी काम बाकी है। इससे लोकार्पण की तिथि सितंबर में बढ़ाई जा सकती है।
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इस बारे में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, सहायक अभियंता यूपीडा एसके यादव ने बताया विकास प्राधिकरण जैसे दीनदयालपुरम नरैनी रोड में उद्योग पार्क विकसित कर रहा है। उसी तरह यूपीडा भी जमालपुर में औद्योगिक पार्क बना रहा है। इसके लिए जमालपुर में जल्द भूमि पूजन कराने की तैयारियां हैं। इसके बाद जनपद में महोखर व हथौड़ा कट के पास दो और पार्क विकसित किए जाने हैं।
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सरकार ने बुंदेलखंड वासियों को एक्सप्रेस वे के साथ ही बुंदेलखंड में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर जैसी बड़ी परियोजना की सौगातों को शामिल किया है। इस क्षेत्र के झांसी और चित्रकूट में रक्षा उत्पादन इकाइयों की स्थापना के लिए जमीन सरकार ने तैयार की है। यूपीडा सीईओ का मानना है कि एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड विकास की मुख्यधारा में होगा। इस क्षेत्र में निवेश करने को उद्यमी आकर्षित होंगे। एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर औद्योगिक गलियारा बनाया जाएगा। अब तक पिछड़े रहे इस क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं जन्म लेगी। इसके साथ ही बेरोजगारी की समस्या भी खत्म होगी।
7 जिलों के 200 गांव होंगे लाभान्वित
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में शामिल बुंदेलखंड के पांच जिलों सहित सभी सातों जिलों के 200 से भी ज्यादा गांवों के लोग लाभान्वित होंगे। इसमें बुंदेलखंड के 150 से ज्यादा गांव भी शामिल हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे जिन जनपदों के गांवों से गुजर रहा है। उसमें सबसे ज्यादा 64 गांव जालौन जिले के हैं। औरैया जिले में 37, हमीरपुर जिले में 29, बांदा जिले में 28, चित्रकूट जिले में 9, महोबा जिले में 8 और इटावा जिले के 7 गांव शामिल हैं।