कोरोना का कहर थमते ही हरी सब्जियों ने ली दुबई की उड़ान
कोरोना का कहर थमने पर वाराणसी सहित पूर्वांचल के जिलों में पैदा होने वाली हरी सब्जियों की मांग फिर विदेशों में होने लगी है..
कोरोना का कहर थमने पर वाराणसी सहित पूर्वांचल के जिलों में पैदा होने वाली हरी सब्जियों की मांग फिर विदेशों में होने लगी है। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से मंगलवार को एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान ने हरी सब्जियों को लेकर दुबई के लिए उड़ान भरी।
विमान के दो मीट्रिक टन के कार्गो में परवल, भिंडी, नेनुआ, कुंदरू व सूरन आदि सब्जियां है। क्षेत्रीय प्रभारी एपीडा डॉ. सीबी सिंह ने बताया कि वाराणसी, प्रयागराज, भदोही से इस सीजन का पहला खेप दो मीट्रिक टन हरी सब्जियां यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के लिए रवाना हुई है।
यह भी पढ़ें - वाराणसी से श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा के लिए लखनऊ के रास्ते पूजा स्पेशल ट्रेन
उन्होंने बताया कि अब तक पूर्वांचल क्षेत्र से लगभग 1000 मीट्रिक टन ताजे फल और सब्जियां और लगभग 10 हजार मीट्रिक टन चावल अंतर्राष्ट्रीय बाजार में निर्यात किए जा चुके हैं। वर्ष 2020 में भी लंदन, दुबई, दोहा, क़तर जैसे कई देशों में हरी मिर्च, बनारसी लंगड़ा आम, काला चावल निर्यात हो चुका है।
उन्होंने बताया कि बिचौलियों को बीच से हटा कर अब किसान खाद्य पदार्थों का सीधा निर्यात कर रहा है। जिससे उनको अधिक मुनाफ़ा मिल रहा है। किसानों के समूह (एफपीओ) फार्मर प्रोडूसर आर्गेनाइजेशन के माध्यम से किसान बिना बिचौलियों के सीधे निर्यात कर रहे है।
यह भी पढ़ें - 2022 में जीत सुनिश्चित करने को संगठन - सरकार ने जनप्रतिनिधियों संग किया मंथन
डॉ. सिंह ने बताया कि आज निर्यात के लिए भेजी गई सब्जियां भदोही के त्रिसागर फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन के माध्यम से ली गई है। जिसमें क़रीब 15-20 किसान जुड़े है। उन्होंने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात में आयातक प्राइम जोन ट्रेडिंग एलएलसी है और निर्यातक एएफके एग्रोनॉमिक्स एलएलपी है।
उन्होंने बताया कि एपीडा नए स्थानों जैसे प्रयागराज, भदोही आदि तक अपनी पहुंच बढ़ा रहा है। जो पहले पूर्वांचल में वाराणसी क्षेत्र तक केन्द्रित था। अब नए कृषक उत्पादक संगठन भी अपने आप को कृषि निर्यात के नज़र से अपने आप को देखने लगे है। पिछले सीजन के दौरान जनवरी में कृषि निर्यात हुआ था, लेकिन इस बार इसे अक्टूबर के महीने में शुरू किया गया है। इस सीजन में, कृषि निर्यात लंबी अवधि के लिए पूरा कर सकता है। डॉ. सिंह ने बताया कि नए निर्यात स्थलों की पहचान भी की जा रही है। इनमें बांग्लादेश, वियतनाम, ईरान भी शामिल है।
यह भी पढ़ें - आर्यन खान ड्रग्स केस के बीच वायरल हुई शाहरुख खान पर लिखी कविता
हि.स