इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करने को काढ़ा के बाद हर्बल टी पैकेट बटवायेंगे डॉ नीरज सोनी
कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी सिस्टम) मजबूत होना जरूरी है। इसके लिए खानपान का विशेष ख्याल रखना होता है।रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए जनपद बांदा में आयुर्वेद चिकित्सक डॉक्टर नीरज सोनी ने पहले जोशांदा काढ़ा वितरित कराया और अब 50000 पैकेट हर्बल टी के पैकेट निशुल्क वितरित करने की योजना है।
जिला आयुर्वेदिक अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ नीरज सोनी का कहना है कि जो जोशांदा पूरी तरह से देसी काढा है कोरोनावायरस के संक्रमण काल के अलावा भी इसके सेवन में फायदा होता है।यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और सर्दी खांसी जुकाम में बचने में कारगर होता है।बुखार के कारण होने वाली शरीर की जकड़न इससे ठीक हो जाती है कोरोना से बचाव में यह काढ़ा अहम भूमिका निभाता है लेकिन इस बात का ध्यान रखना होता है की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कुछ समय लगता है उन्होंने यह भी बताया कि काढा की सफलता के बाद अब हर्बल टी बनाने की योजना है। इसे एक हफ्ते के अंदर अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
डॉक्टर नीरज सोनी शहर के क्षेत्रीय यूनानी आयुर्वेदिक अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी हैं उन्होंने कोरोनावायरस स्वास्थ्य कर्मियों को अपने द्वारा तैयार किए गए विशेष प्रकार के काढ़ा पिलाने के लिए मंडलायुक्त गौरव दयाल और जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल से अनुमति लेने के बाद सबसे पहले सरकारी दफ्तरों में लगे कर्मचारियों को यह काढ़ा पिलाना शुरू किया। इसके बाद शहर के विकास भवन, पुलिस लाइन, डीआईजी कार्यालय, मंडल आयुक्त कार्यालय, राजकीय मेडिकल कालेज समेत 23 सरकारी कार्यालयों में यह काढ़ा पिलाया गया। 7 दिन चले इस अभियान में प्रतिदिन साढे तीन हजार व्यक्तियों को काढ़ा पिलाया गया इस तरह लगभग 25000 लोगों को काढ़ा पिलाया गया ताकि लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके।
कैसे बनाया जाता है काढा
जोशांदा काढ़ा बनाने के लिए साफ पानी, तुलसी की पत्ती, लोंग कालीमिर्च,छोटी इलायची,अदरक और चाय पत्ती की जरूरत होती है इसे बनाने के लिए सबसे पहले पानी गर्म होने के लिए रख दें जब पानी उबलने लगे तब उसमें पिसी हुई लौंग ,काली मिर्च ,इलायची अदरक और स्वादानुसार गुड़ डाल दे थोड़ी देर बाद तुलसी की पत्तियां इसमें डाल दें। उसके बाद चाय पत्ती जब पानी आधा रह जाए तो गैस बंद कर दीजिये पानी को छान लें।
अब हर्बल टी की बारी
डॉक्टर नीरज सोनी के मुताबिक आयुष मंत्रालय द्वारा काढ़ा के अलावा हर्बल टी बनाने के निर्देश दिए गए हैं जिसके तहत हर्बल टी बनाने की तैयारी की जा रही है। इसमें काढा बनाने के झंझट नहीं रहेगा। एक चम्मच हर्बल टी एक गिलास पानी में पिया जा सकता है। हर्बल टी के अलावा विटामिन सी की 500 एमजी की गोलियां भी वितरित कराई जाएंगी।प्रति व्यक्ति 15 गोली और प्रति व्यक्ति 50 ग्राम हर्बल टी का पैकेट वितरित कराया जायेगा। इसके सेवन से कोरोना वारियर्स न सिर्फ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सफल होंगे बल्कि आम व्यक्तियों को भी इसका लाभ मिलेगा।
हर वर्ग का सहयोग
काढा बनवा कर वितरित कराने और इसी तरह हर्बल टी बनाने में व्यापार मंडल के अलावा डॉक्टरों के एसोसिएशन का विशेष हाथ है। काढ़ा बनाने में भी व्यापार मंडल और डॉक्टरों ने सहयोग दिया था और अब हर्बल टी बनाने में भी जो खर्च आएगा उसके लिए विभिन्न वर्गों व व्यापार मंडल से सहयोग लिया जा रहा है।साथ ही डॉक्टरों के एसोसिएशन से जुड़े पदाधिकारी भी 25 -25 हजार रुपये की मदद दे रहे हैं ताकि बांदा वासियों को कोरोनावायरस संक्रमण से बचाया जा सके।