मध्य प्रदेश के बॉर्डर से नहीं घुस पाएंगे अपराधी, पुलिस ने लगाया पहरा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की अधिसूचना भले ही अभी जारी न हुई हो लेकिन प्रशासनिक स्तर पर चुनाव की युद्ध स्तर पर तैयारी..
- चुनाव घोषणा के पहले ही प्रशासन ने युद्ध स्तर पर शुरू की तैयारी, सीमाओं पर लगाए गए बैरियर
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की अधिसूचना भले ही अभी जारी न हुई हो लेकिन प्रशासनिक स्तर पर चुनाव की युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। इसके तहत प्रशासन ने अंतर राज्यीय और अंतर्जनपदीय सीमाओं पर बैरियर लगाकर दूसरे राज्यों से आने वाले अराजक तत्वों पर निगरानी शुरू कर दी है।
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आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रशासन भी अब अलर्ट मोड में है। पुलिस व प्रशासन मिलकर अपने अपने स्तर से चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। सोमवार को पुलिस अधीक्षक अभिनंदन के निर्देश पर दूसरे जनपदों एवं दूसरे राज्यों से आने वाले अराजक तत्वों पर रोक लगाने के लिए जनपद बांदा से लगने वाली दूसरे राज्यों और जनपदों की सीमाओं पर बैरियर लगाए जा रहे हैं।
इसी क्रम में मध्य प्रदेश से लगने वाली सीमा पर बैरियर का निर्माण करा दिया गया है। साथ ही बांदा जिले से लगने वाले जनपदों चित्रकूट, महोबा और फतेहपुर की सीमाओं पर भी बैरियर लगाए जा रहे हैं। उधर जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग पटेल भी प्रशासनिक स्तर पर तैयारी में जुटे हुए हैं। सोमवार को उन्होंने सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेटों की बैठक बुलाई और कहा कि निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं अभी से पूरी कर ली जाएं। जिससे मतदान के दौरान किसी तरह की कठिनाई न आए।
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उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि सभी मतदान केंद्रों का स्वयं भ्रमण कर देख ले और देखें वहां क्या-क्या समस्याएं हैं और यह भी जायजा लें कि उस क्षेत्र में कोई असामाजिक तत्व तो नहीं है। जो मतदान के दौरान व्यवधान उत्पन्न करें। ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित करके अवगत कराएं ताकि उसे पाबंद किया जा सके। साथ ही जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों से कहा गया है कि वह ईवीएम की कार्यप्रणाली को पूरी तरह समझ ले यदि किसी तरह कि कोई कठिनाई हो तो अवगत कराएं। ताकि पहले से समस्या का समाधान किया जा सके।
वहीं दूसरी तरफ पुलिस भी कानून व्यवस्था की दृष्टि से तैयारियों में जुटी हुई है। गांव गांव में अराजक तत्वों को चिन्हित कर उनकी सूची बनाई जा रही है ताकि उन्हें चुनाव से पहले पाबंद किया जा सके। इसके लिए सभी थानाध्यक्षों और चौकी प्रभारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि वह जल्दी से जल्दी अपराधियों व अराजक तत्वों की सूची तैयार कर लें।
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