भारतीय जीवन में गाय का अभूतपूर्व योगदान : राष्ट्रीय संगठन मंत्री खेमचंद शर्मा
रक्सा क्षेत्र के बाजना गांव में शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद(विहिप) गौ रक्षा दल की प्रांतीय बैठक में हिस्सा लेने आये विहिप के केंद्रीय मंत्री..
गौ सरंक्षण के महत्व को पुनस्थार्पित करना आवश्यक
रक्सा क्षेत्र के बाजना गांव में शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद(विहिप) गौ रक्षा दल की प्रांतीय बैठक में हिस्सा लेने आये विहिप के केंद्रीय मंत्री एवं गौ रक्षा विभाग के राष्ट्रीय संगठन मंत्री खेमचंद शर्मा ने भारतीय जीवन में गाय के अभूतपूर्व योगदान और महत्व पर प्रकाश डाला। गौ संरक्षण और इससे मिलने चीजों का प्रयोग खेती में कर लाभ लेने की जरूरत पर भी बल दिया।
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विहिप गौरक्षा दल की प्रांतीय बैठक में मौजूद किसानों को सम्बोधित करते हुए खेम चंद्र शर्मा ने कहा कि गाय हमारे लिए एक पशु मात्र नहीं है बल्कि वह भारतीय जीवन के आधार में निहित है। भले ही इसके महत्व को पिछले वर्षों में भुला दिया गया हो लेकिन इससे मिलने वाले लाभ भी अदभुत हैं। खेती में इसके गोबर के इस्तेमाल से कई फायदे हैं।
यूरिया के इस्तेमाल से पहले तो बंपर पैदावार हुई लेकिन बाद में इसी के कारण हमारी जमीन बंजर हो गयी और पैदावार भी सीमित हो गयी। इस खराब खेती को फिर से ठीक करने के लिए गोबर की खेती जरूरी है। उन्होंने बताया कि किस तरह किसान गोबर में बीजामृत और घन जीवामृत व गोमूत्र मिलाकर खेतों में डालने से न केवल उपज बढ़ेगी उसकी गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि मिट्टी भी उर्वरक बन जायेगी।
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उन्होंने बताया कि गोबर से कई प्रकार के सामान बनाए जाते हैं। इससे प्राकृतिक पेंट भी बनाया जाता है। सरकार अभी इस पर अनुदान भी दे रही है। गोबर और गौमूत्र से दवाईयां भी बनायी जा रही हैं। एक गाय एक दिन में 15 किलो गोबर करती है और इसे यदि खेत में डाला जाए तो एक साल में एक गाय से 30 एकड़ खेती हो जाती है।
इस हिसाब से देखें तो गाय पालने के जबरदस्त लाभ हैं। किसान भाई इसे अपनायें तो बुंंदेलखंड की अन्ना प्रथा की समस्या खुद ब खुद खत्म हो जायेगी और खेती की गुणवत्ता में सुधार के साथ साथ मिट्टी की उर्वरकता में भी प्राकृतिक रूप से सुधार से संभव हो पायेगा।
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कार्यशाला में किसानों को गोबर और गौमूत्र से बनाये जाने वाले विभिन्न उत्पादों की जानकारी दी गई। यह भी बताया गया कि इन उत्पादों के प्रयोग से रसायनों की जीवन में बढ़ती हिस्सेदारी को कम कर बीमारियों से छुटकारा पाते हुए स्वास्थ्य लाभ पाया जा सकता है।
कार्यशाला में विहिप गौरक्षा विभाग के वासुदेव पटेल , कार्यकारी अध्यक्ष जालौन डॉ़ जीतेंद्र माहेश्वरी, प्रांतीय उपाध्यक्ष शारदा शंकर सिंह और राम निवास आदि के साथ किसान भाई मौजूद रहे।
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