देश की पहली बायो सेफ्टी लेवल बीएसएल -4 लैब बांदा के इस स्थान पर खुलेगी
देश की पहली बायोसेफ्टी लेवल बीएसएल -4 लैब यूपी के जनपद बांदा में स्थित सिमौनी धाम में खोली जाएगी। स्वास्थ्य...

देश की पहली बायोसेफ्टी लेवल बीएसएल -4 लैब यूपी के जनपद बांदा में स्थित सिमौनी धाम में खोली जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा स्थापित की जा रही, इस लैब के लिए सिमौनी धाम ट्रस्ट द्वारा बांदा में 100 एकड़ जमीन भी उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा सर्वे शुरू कर दिया गया है। इस लैब के बन जाने से कोरोना की और बेहतर ढंग से जांच की जा सकेगी।
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जिले की बबेरू तहसील अंतर्गत सिमौनी गांव में हर साल दिसंबर में स्वामी अवधूत महाराज की उपस्थिति में तीन दिवसीय मेला लगता है। इसी मेले में साधु-संतों का विशाल भंडारा किया जाता है। जिसमें लाखों की तादाद में साधु संत पहुंचकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण करते हैं। इसी भंडारे में आए तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बी एस एल -4 लैब स्थापित कराने की घोषणा की थी। इसके बाद सिमौनी धाम ट्रस्ट द्वारा जमीन का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था।
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केंद्र सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गुरुवार को 3 सदस्यीय टीम भेजी। तीन सदस्यीय टीम में महानिदेशक स्वास्थ्य भारत सरकार डॉ. अतुल गोयल, निदेशक एमसीजीसी डॉ. मीरा धुरिया डॉ. अरविंद राय यहां के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय कुमार से मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज के लैब टेक्नीशियनों के साथ सिमौनी धाम पहुंचे। वहां स्वामी अवधूत महाराज के साथ लैब बनाने के लिए प्रस्तावित 100 एकड जमीन का निरीक्षण किया। जमीन का जायजा लेने के बाद टीम वापस चली गई ।
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बताते चलें कि इस लैब की स्थापना हो जाने से कोरोना की कारगर ढंग से जांच होगी। इससे न सिर्फ जांच का दायरा बढ़ेगा बल्कि महामारी फैलने पर सटीक जांच की जा सकेगी। इसकी स्थापना राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र एनसीडीसी के द्वारा की जा रही है। इस लैब के तैयार हो जाने पर गंभीर मरीजों को जांच के लिए महानगरों के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे। इस लैब को बनाने के लिए स्वामी अवधूत महाराज ने प्रस्ताव रखा था ताकि मरीजों का बेहतर इलाज और उनकी बेहतर जांच हो सके।
इस बारे में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार की टीम ने सिमौनी धाम पहुंचकर प्रस्तावित जमीन का जायजा लिया। इसके अलावा बिजली, पानी, सड़क आदि व्यवस्था का निरीक्षण किया। यह टीम यहां की रिपोर्ट भारत सरकार को सौंपेगी।
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