कमिश्नर ने चेताया स्वास्थ्य कर्मी लापरवाही न बरतें
कोरोना पाॅजटिव केस के सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता पर चिन्हित कर शीघ्र टेस्ट कराये जायें, जिससे कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके...
सर्विलान्स के कार्य को पूरी संवेदनशीलता के साथ कराया जाए तथा जिन नगरीय क्षेत्रों में कार्यरत टीमों पर इन्फ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्समीटर नही है, वहां नगर निकायों से इन्फ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्समीटर क्रय कराकर टीमों को उपलब्ध कराया जाए।
आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल बांदा गौरव दयाल ने उपरोक्त निर्देश आयुक्त आवास परिसर में कोरोना के संक्रमण को रोकने हेतु सम्पन्न समीक्षा बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय तथा मेडिकल काॅलेज में सभी लोंगो को माॅस्क पहनना तथा प्रोटोकाल का पालन अनिवार्य रूप से कराया जाए तथा जो लोग माॅस्क पहने हुए न पाये जायें उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए।
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आयुक्त ने निर्देश दिये कि जिला अस्पताल व मेडिकल काॅलेज के डाॅक्टर व स्टाफ की जांच सर्वोच्च प्राथमिकता पर करायी जाए। जिससे डाॅक्टरों व मेडिकल स्टाफ को संक्रमण से बचाया जा सके। जिनकी कोरोना जांच हो उनकी जब तक रिपोर्ट नही आती है, उन्हें आइसोलेशन में रखा जाए। जो व्यक्ति होम कोरोन्टाइन में हैं, उनकी समय-समय पर जांच करायी जाए कि वे कोरेन्टाइन का सही तरह से पालन कर रहे हैं या नही।
आयुक्त ने निर्देश दिये कि सभी शासकीय कार्यालयों तथा अस्पताल व मेडिकल काॅलेज के वार्डों में खिडकियां खुली रखी जायें, जिससे वेन्टिलेशन बना रहे। डाॅक्टर, जिलाधिकारी की अनुमति प्राप्त कर ही अवकाश पर जायें। जिला अस्पताल तथा मेडिकल काॅलेज के सभी वार्डों का प्रतिदिन सेनिटाइजेशन कराया जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को यह भी निर्देश दिये कि जिन क्षेत्रों में वांक्षित उपकरणों के बिना सर्विलान्स का कार्य हुआ है वहां पुनः सर्विलान्स कराया जाए।
आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी भी स्तर पर शिथिलता या लापरवाही न की जाए, अन्यथा सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
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उप महानिरीक्षक पुलिस दीपक कुमार ने कहा कि जिला चिकित्सालय तथा सभी शासकीय कार्यालयों में माॅस्क व अन्य प्रोटोकाल का पालन कराया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे जिस विभाग के कर्मचारियों का टेस्ट करते हैं, उससे सम्बन्धित कार्यालय के अधिकारियों को टेस्ट की सूचना अवश्य दे दें, जिससे सम्बन्धित कर्मचारियों के कोरेन्टाइन पर नजर रखी जा सके।
जिलाधिकारी अमित सिंह बन्सल ने कहा कि कोरेन्टाइन सेन्टर को पुनः चालू कराया जायेगा, जिससे संक्रमित व्यक्तियों को कोरेन्टाइन किया जा सके। उन्होंने कहा कि होम कोरेन्टाइन में रहने वाले व्यक्तियों द्वारा यदि प्रोटोकाल का उल्लघंन किया जाता है तो उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक बांदा सिद्धार्थ शंकर मीणा, संयुक्त विकास आयुक्त रमेशचन्द्र पाण्डेय, मुुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सन्तोष कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल डाॅ. एस.एन.मिश्रा, प्रभारी प्राचार्य मेडिकल काॅलेज, नगर मजिस्ट्रेट सुरेन्द्र सिंह, उप निदेशक सूचना भूूपेन्द्र सिंह यादव तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।