प्री-पाईमरी शिक्षा मजबूत करने को आंगनबाड़ी केन्द्रों में बनाएं बाल वाटिका
प्री-प्राईमरी शिक्षा को मजबूत करने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों को सशक्त बनाने के दृष्टिगत राज्य परियोजना निदेशक...

दो दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
चित्रकूट। प्री-प्राईमरी शिक्षा को मजबूत करने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों को सशक्त बनाने के दृष्टिगत राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीके शर्मा के आदेशानुसार विकासखण्ड रामनगर के 50 को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केन्द्रों की कार्यकत्रियों व स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम के नोडल शिक्षकों का वन्डर बाक्स पर आधारित दो दिवसीय प्रशिक्षण मंगलवार से बीआरसी रामनगर सभागार में प्रारंभ हुआ। इस चरण में कुल 25 आंगनबाड़ी कार्यकत्री व 25 नोडल शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं। 19 मार्च से प्रारंभ होने वाले द्वितीय चरण में भी 50 प्रतिभागी होंगे।
प्रशिक्षण सत्र का प्रारंभ खण्ड शिक्षा अधिकारी एनपी सिंह ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। खण्ड शिक्षा अधिकारी ने समस्त प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए नई शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में बेसिक शिक्षा में बाल वाटिका, आंगनबाड़ी की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए उपलब्ध कराये गये वन्डर बाक्स व विभिन्न सामग्रियों के समुचित उपयोग करते हुए बच्चों को गुणवत्तापरक व रुचिकर शिक्षा प्रदान करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जब तक आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बाल वाटिका के लिए निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप बच्चों को तैयार नही किया जायेगा तब तक बेसिक शिक्षा के शैक्षणिक स्तर में अपेक्षाकृत सुधार सम्भव नही है। इस मौके पर एआरपी राम भरोसा यादव, छोटा प्रसाद व आंगनबाड़ी विभाग की सुपरवाइजरा मौजूद रहे।
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