गोबर का जैविक खाद के रूप में प्रयोग को किया प्रेरित
उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्यामबिहारी गुप्ता ने सोमवार को नरैनाखेरा, रैपुरा व बटखरा गांव की गोशाला...

प्राकृतिक खेती करें किसान : श्याम बिहारी
कहा कि गोशालाओं की देखरेख में नही हो कमी
चित्रकूट। उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग के अध्यक्ष श्यामबिहारी गुप्ता ने सोमवार को नरैनाखेरा, रैपुरा व बटखरा गांव की गोशाला का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी। कहा कि गोशाला में मवेशियों को चारा भूसा खिलाया जाए। बजट की कमी नहीं है। गोशालाओं से गोबर लेकर खेतों में जैविक खेती के रूप में प्रयोग करें। इससे प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा मिलेगा।
गोसेवा आयोग के अध्यक्ष ने पहले नरैनाखेरा स्थित नंदी गोशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने गोशाला में गाय को चारा खिलाया। कहा कि गोशालाओं से गोबर को लेकर प्राकृतिक खेती करने में इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने किसानों से मिलकर प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद उन्होंने रैपुरा व बटखरा गोशाला का भी निरीक्षण किया। गोशाला में सफाई रखने व मवेशियों को ठंड से बचाने के लिए अलाव जलाने के लिए कहा। इस मौके पर नंदी गोशाला नरैनाखेरा के व्यवस्थापक हरिशंकर सिंह मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद जिला मुख्यालय के डाक बंगले में गोसेवा आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश में सबसे पहले बूचडखानों को बंद कराया गया है। गोमाता के संरक्षण को सबसे पहले बूचडखानों का सफाया किया। गांव-गांव में गोशाला बनाई जा रही है। प्रयास किया जा रहा है कि गोमूत्र व गोबर से जैविक खेती को बढ़ावा मिले। इसके लिए जैविक खाद बनाने के उपयोग को किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। एसडीएम कालोनी में नाली खंडंजा निर्माण को स्थानीय निवासी प्रद्येंद्र त्रिपाठी, महेश जायसवाल, जितेंद्र ने पत्र भी सौपा है। वहीं सभासद शंकर यादव ने अरछा बरेठी गांव में नदी के किनारों को पक्का कराने की मांग संबंधी पत्र दिया। बताया कि हर साल मंदाकिनी में बाढ़ आने के कारण किनारे बसे लोगों के घर ध्वस्त हो जाते हैं। लोगो के पास रहने को मकान नहीं है। इसके अलावा जनपद में अन्ना गायों की समस्या से निजात दिलाने के लिए भी प्रभावी कार्यवाही करने की मांग की। बताया कि अन्ना गोवंश किसानों के लिए मुसीबत बने हैं। साथ ही सड़क दुर्घटनाएं भी हो रही हैं।
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