किसानों को मोटे अनाज के उत्पादन के लिए किया गया प्रेरित

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना अंतर्गत दो दिवसीय मिलेट्स महोत्सव एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन...

किसानों को मोटे अनाज के उत्पादन के लिए किया गया प्रेरित

दो दिवसीय मिलेट्स महोत्सव एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम प्रारंभ 

चित्रकूट। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना अंतर्गत दो दिवसीय मिलेट्स महोत्सव एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को रुर्बन ऑडिटोरियम काम्पलेक्स में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने फीता काटकर एवं द्वीप प्रज्वलित कर किया। साथ ही मत्स्य विभाग, रेशम विभाग, उद्यान विभाग व अन्य विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया गया।

कार्यक्रम में मऊ-मानिकपुर विधायक अविनाश चन्द्र द्विवेदी ने कहा कि जनपद की यमुना नदी के किनारे बहुतायत में ज्वार पैदा होता है। उन्होंने किसान से अनुरोध किया कि देशी  व नव प्रजाति के ज्वार को बोए, जिससे कि किसानों को लाभ मिले। साथ ही कहा कि गौवंशों को अन्ना न छोड़े, उनका पालन-पोषण करें। उन्होंने किसानों से अपील की सभी अपने खेतों में मोटे अनाज की फसल उगाएं। इनके फसलों के उत्पादन में ज्यादा पानी की भी आवश्यकता नही पड़ती तथा इनमें पोषक तत्वों की अधिकता रहती है।

जिलाधिकारी ने कहा कि बुंदेलखंड में पानी की कमी को देखते हुए सभी को मोटे अनाजों की खेती करनी चाहिए। बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा 2023 को मिलेट्स वर्ष घोषित कर मनाया जा रहा है। जिसके तहत मोटे अनाज को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। बताया कि चावल-गेहूं के उपयोग से कई बीमारियां बढ़ रही हैं। इसलिए हमें खान-पान में अधिक पोषक तत्व वाले मोटे अनाजों को शामिल करना चाहिए। कहा कि विदेश में मोटे-अनाज की बहुतायत मांग है। जनपद में महिला किसानों का भी महत्वपूर्ण योगदान है, जो पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं, जो सराहनीय है। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि रासायनिक उर्वरक का प्रयोग न कर जैविक खाद का प्रयोग करें, जिससे की स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण का भी नुकसान न हो।

अध्यक्ष नगर पालिका परिषद कर्वी नरेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रगतिशील किसान गोवंश के माध्यम से खेती कर रहे हैं। सभी लोग गाय का पालन करके खेती करें। बुंदेलखंड बाजरा, सावा, कोदो जैसे अनाजों के लिए जाना जाता था। इसलिए कृषि में इनकों शामिल करें।

उप कृषि निदेशक राजकुमार ने बताया कि 2023 मिलेट वर्ष घोषित किया गया था। जिसके तहत किसानों को मिलेट्स बांटे जा रहे है। बताया कि पहले ज्वार, बाजरा जैसे मोटे अनाजों की की खेती होती थी, बाद में पानी की अधिकता से धान गेहूं की पैदावार होने लगी, लेकिन इनसे कई बीमारियां भी बढी। इसलिए सरकार द्वारा मोटे अनाज की खेती करने पर छूट भी दी जा रही है। कहा कि जिन किसानों के पास ज्वार-बाजरा का उत्पादन है, वह अपने नजदिकी क्रय केंद्र पर बेच सकते हैं। उन्होंने सभी किसानों को फार्मर आईडी बनवाने के लिए कहा ताकि सभी को सरकार द्वारा दिए जा रहे लाभ प्राप्त हो सके।

जिला महामंत्री आलोक पांडेय कहा कि हमारे पूर्वज मोटे अनाज उगाते थे, जिसमें लागत कम आती थी। उन्होंने प्रगतिशील किसानों से आग्रह किया कि सभी अपने खेतो मे 25 प्रतिशत खेती बिना रासायनिक उर्वरक के करें। इस दौरान कृषक स्वतंत्र कुमार बताया कि ज्वार, बाजरा व सामा कोदो के उत्पदान से अच्छा लाभ प्राप्त हो रहा है। इस अवसर पर  तीन एफपीओ एवं दो किसानों को चयन पत्र व स्वीकृत पत्र भी दिया गया। कार्यक्रम में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा रजिस्टर्ड मां भगवती लोकगीत पार्टी द्वारा स्वागत गीत भी प्रस्तुत किया गया।  

इस अवसर पर जिला कृषि अधिकारी आरपी शुक्ला, परियोजना निदेशक सच्चिदानंद, जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज मिश्रा, विधायक प्रतिनिधि रवि पांडेय सहित संबंधित अधिकारी व प्रगतिशील किसान आदि मौजूद रहे।

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