बांदाः गोवंशों को हरा चारा उपलब्ध कराने को किसान ने तैयार किया मॉडल फॉर्म
बुंदेलखंड में अन्ना गोवंशों को संरक्षित करने के लिए शासन प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में गौशाला बना दिए गए हैं। लेकिन शासन प्रशासन संरक्षित किए गए गोवंशों के भरण पोषण के लिए ..
बुंदेलखंड में अन्ना गोवंशों को संरक्षित करने के लिए शासन प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में गौशाला बना दिए गए हैं। लेकिन शासन प्रशासन संरक्षित किए गए गोवंशों के भरण पोषण के लिए पर्याप्त चारा व भूसा उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। ऐसे में यूपी के जनपद बांदा में प्रगतिशील किसान मोहम्मद असलम का मॉडल फॉर्म गौशालाओं के लिए वरदान साबित हो सकता है। इसी वजह से बांदा के जिला प्रशासन ने इस मॉडल को देखने के बाद गौशालाओं में प्रयोग करने का मन बनाया है।
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प्रगतिशील किसान मोहम्मद असलम ने इस बारे में बताया कि हमने एक अन्ना गोचर मॉडल तैयार किया है जिसमें साल भर न्यूनतम कीमत पर हरा चारा उपलब्ध रहता है। इसे एक बार लगा दिया जाए तो कई सालों तक पशुओं के लिए चार मिलता रहता है। उन्होंने बताया कि हमने चार की चार प्रजातियां लगा रखी हैं। 8 साल पहले बाजरा नेपियर घास लगाई थी जिसमें पिछले 8 वर्षों से लगातार चारा तैयार रहता है। अगर इस चेहरे को गौशालाओं के गोचर भूमि पर लगाया जाए तो पूरे साल दो वंशों को हरा चारा मिलता रहेगा। यह चार कम पानी में तैयार हो जाता है 20 30 दिन में एक बार पानी लगाना पड़ता है। जाड़े के सीजन में एक दो बार पानी की जरूरत है। बरसात में पानी की जरूरत नहीं होती है।
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प्रगतिशील किसान के मुताबिक बुंदेलखंड के सात जनपदों के अलावा आसपास के 20 जनपदों के किसान मेरे यहां से हरे-हरे की कई प्रजातियां अपने यहां लगाया है। जिससे उन्हें भी इस मॉडल का लाभ मिल रहा है। जिला अधिकारी बांदा दुर्गा शक्ति नागपाल भी गोवंशों को पर्याप्त मात्रा में हरा चारा उपलब्ध कराने की मुहिम में जुटी हैं। उनके ही निर्देश पर जिला प्रशासन बांदा के वरिष्ठ अधिकारियों के दल द्वारा किसान के मॉडल फॉर्म का भ्रमण किया गया। इसमें मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या , जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी बांदा, संजीव सिंह बघेल जिला विकास अधिकारी रमाशंकर सिंह, जिला कृषि अधिकारी प्रमोद कुमार , जिला उद्यान अधिकारी राजेंद्र साहू , उप मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. ए के सचान, पशु चिकित्सा अधिकारी बक्शा कुरौली डॉ. राम कुशवाहा शामिल थे।
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प्रगतिशील किसान मो,असलम ने बताया कि भ्रमण का मुख्य उद्देश्य जनपद की गौशालाओं में संरक्षित गौवंशों को हरा चारा उपलब्ध कराना था। मैंने गौशालाओं को वर्ष भर हरा चारा उत्पादन से संबंधित संपूर्ण जानकारी सभी अधिकारियों को उपलब्ध कराई गयी । बुंदेलखंड के अन्ना पशुओं तथा गौ- शालाओं के लिए भोजन आहार की समस्याओं के समाधान के लिए हमारी संस्था द्वारा एक मॉडल फार्म तैयार किया गया है। इस मॉडल से बहुत ही कम कीमत पर गौवंशो को पूरे वर्ष हरे चारे की प्राप्ति होती है। सभी अधिकारियों ने संस्था में संचालित उन्नत सजीव खेती आधारित एफ एस एफ मॉड एवम् प्राकृतिक खेती के विभिन्न आयामो तथा इकाइयों का अवलोकन किया।