नवनिर्वाचित एआरपी को कर्तव्यों दायित्वों का कराया गया बोध
बेसिक शिक्षा विभाग में चयनित एआरपी का ओरिएंटेशन प्रोग्राम डायट शिवरामपुर में आयोजित किया गया जिसमें...

चित्रकूट, शिवरामपुर। जिले के डायट शिवरामपुर में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा चयनित नवनिर्वाचित एआरपी (अकादमिक रिसोर्स पर्सन) के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सभी एआरपी का फूल-माला पहनाकर स्वागत कर की गई। इस अवसर पर उन्हें उनकी जिम्मेदारियों, कार्यदायित्वों और शिक्षा के क्षेत्र में अपेक्षित योगदान के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।
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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बी.के. शर्मा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि “एआरपी की भूमिका बेहद अहम होती है। ये न केवल विभागीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में सहायक होते हैं, बल्कि शासन की मंशा के अनुरूप शिक्षा की गुणवत्ता में गुणात्मक सुधार लाने में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।”
उन्होंने बताया कि कार्यशाला के माध्यम से सभी एआरपी को उनके कर्तव्यों और दायित्वों का बोध कराया गया है और उनसे अपेक्षा की गई है कि वे पूर्ण निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेंगे।
कार्यशाला में शामिल एआरपी
इस अवसर पर एआरपी उपेन्द्र शर्मा, यामेन्द दत्त पांडेय, दिनेश कुमार दीक्षित, मनीष शुक्ला, संतोष, आलोक साहू, डॉ. रामप्यारे विश्वकर्मा, सत्येंद्र शुक्ला, धनेश कुमार, विराग कुमार, राजेश यादव, मनोज शुक्ला और डॉ. संग्राम सिंह ने सहभागिता की।
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डायट प्राचार्य और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति
कार्यशाला में डायट प्राचार्य डॉ. आदर्श कुमार त्रिपाठी, राजेश कुमार उपाध्याय, शिवलाल यादव, अखिलेश पांडेय, डॉ. गोरेलाल, पुष्पेंद्र सिंह, तथा खंड शिक्षा अधिकारी शशांक शेखर शुक्ला सहित अनेक शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं प्रशिक्षक उपस्थित रहे।
शिक्षा सुधार के लिए एआरपी से अपेक्षित योगदान
कार्यशाला में यह भी स्पष्ट किया गया कि एआरपी न केवल शिक्षकों को मार्गदर्शन देंगे, बल्कि विद्यालयों में नवाचार, शिक्षण विधियों में सुधार और छात्रों की सीखने की क्षमता में वृद्धि के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।
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