इस वर्ष का आखिरी सुपरमून गुरूवार के दिन दिखाई देने वाला है
गुरूवार यानी 24 जून को ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा का दिन है और यही वो दिन है जब चंद्रमा पृथ्वी से काफी नजदीक होता है। इस दिन चंद्रमा पहले से सात फीसदी बड़ा..
गुरूवार यानी 24 जून को ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा का दिन है और यही वो दिन है जब चंद्रमा पृथ्वी से काफी नजदीक होता है। इस दिन चंद्रमा पहले से सात फीसदी बड़ा होता है और आम दिनों से 14 प्रतिशत ज्यादा चमकदार होता है। यह साल का आखिरी सुपरमून है, जो गुरूवार के दिन दिखाई देने वाला है। इस दौरान चांद धरती के इर्द-गिर्द अपनी कक्षा के सबसे नजदीक होता है।
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अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के अनुसार बुधवार तड़के सुपरमून नजर आने लगेगा लेकिन ठीक दूसरे दिन यह सबसे ज्यादा ऊंचाई पर होगा। इस मून को स्ट्राॅबेरी मून का नाम दिया गया है। क्योंकि उत्तरी अमेरिका में इन दिनों स्ट्राॅबेरी चुनने का मौसम आ चुका है। आमतौर पर स्ट्राॅबेरी मून स्प्रिंग के आखिरी फुल मून पर होता है। वहीं जून में शादी के रिवाज के कारण इसे ‘हनी मून’ भी कहा जाता है।
सुपरमून गुरूवार को अपने पहले के आकार से बड़ा और सुनहरा नजर आने वाला है। यह शनिवार तक लगभग ऐसा ही दिखाई देगा। खास बात तो यह है कि इस दौरान चांद के साथ-साथ शुक्र और मंगल ग्रह भी आसमान में दिखाई देगें। बतादें कि वर्ष 1930 में पहली बार फार्मर अलमैने द्वारा सुपरमून के नाम निर्धारित किए गए थे। जिसके अनुसार अप्रैल में नजर आने वाले सुपरमून नाम ‘पिंक मून’ रखा गया था। दरअसल, इसी दौरान अमेरिका में एक पौधा पाया जाता है, जिसके नाम पर सुपरमून नाम रखा गया था।
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24 जून को दोपहर 3 बजकर 32 मिनट पर ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ होने जा रहा है, जो देर रात 12 बजकर 09 मिनट तक रहेगी। वहीं जो लोग पूर्णिमा पर व्रत रखते हैं वह 24 जून को व्रत रख सकते हैं।