पुलिस अधीक्षक बांदा द्वारा ई-रिक्शा चालकों के साथ समन्वय बैठक आयोजित, क्यूआर कोड से होगी पहचान

पुलिस लाइन बांदा में पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल की अध्यक्षता में ई-रिक्शा मालिकों एवं चालकों के साथ एक महत्वपूर्ण...

पुलिस अधीक्षक बांदा द्वारा ई-रिक्शा चालकों के साथ समन्वय बैठक आयोजित, क्यूआर कोड से होगी पहचान

बांदा। पुलिस लाइन बांदा में पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल की अध्यक्षता में ई-रिक्शा मालिकों एवं चालकों के साथ एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य शहर की यातायात व्यवस्था को और अधिक सुरक्षित और संगठित करना था।

बैठक के दौरान, सभी ई-रिक्शा चालकों का पूर्ण सत्यापन कर उन्हें एक विशेष क्यूआर (QR) कोड जारी करने की योजना बनाई गई। यह क्यूआर कोड यात्रियों के लिए एक सुरक्षित साधन के रूप में कार्य करेगा, जिससे वे ई-रिक्शा चालकों की सत्यापित जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। यात्री क्यूआर कोड को स्कैन कर ई-रिक्शा चालक के बारे में पूरी जानकारी ले सकेंगे, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी और यातायात अपराधों की रोकथाम में मदद मिलेगी।

सुरक्षा और सत्यापन पर विशेष ध्यान

शहर में ई-रिक्शा सेवाओं को सुरक्षित बनाने के लिए यह सत्यापन प्रक्रिया आरंभ की जा रही है। बांदा पुलिस और परिवहन विभाग मिलकर सभी ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन सुनिश्चित करेंगे। सत्यापन के बाद, प्रत्येक ई-रिक्शा चालक को क्यूआर कोड प्रदान किया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि केवल पात्र और विश्वसनीय व्यक्ति ही ई-रिक्शा सेवाएं प्रदान कर सकें।

इसके साथ ही, नाबालिगों द्वारा ई-रिक्शा चलाने की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। किसी भी नाबालिग को ई-रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं होगी, जिससे यातायात अपराधों पर भी नियंत्रण रखा जा सकेगा। चोरी, लूटपाट, छेड़खानी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए यह कदम अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

यातायात व्यवस्था में सुधार की पहल

बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि अगले कुछ दिनों में क्यूआर कोड सेवाओं का औपचारिक शुभारंभ किया जाएगा। सभी ई-रिक्शा चालकों को इस प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी और उन्हें इस नई पहल के लाभों से अवगत कराया जाएगा। पुलिस अधीक्षक श्री अग्रवाल ने सभी ई-रिक्शा चालकों और शहरवासियों से अपील की कि वे इस योजना का समर्थन करें और यातायात नियमों का पालन करें।

उन्होंने बताया कि यह पहल न केवल शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाएगी, बल्कि अपराधों की रोकथाम में भी सहायक सिद्ध होगी। विशेषकर महिला सुरक्षा के लिहाज से यह कदम बेहद कारगर होगा। इससे यात्रियों का ई-रिक्शा सेवाओं पर विश्वास बढ़ेगा और ई-रिक्शा चालकों को भी अपने व्यवसाय में नई संभावनाएं मिलेंगी।

उपस्थित अधिकारी और चालक

इस बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज, क्षेत्राधिकारी सदर  अजय कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी यातायात राजवीर सिंह गौर और परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चालक भी शामिल हुए, जिन्होंने इस नई पहल का स्वागत किया।

यह पहल शहर को अपराधमुक्त और यातायात व्यवस्था को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि ई-रिक्शा चालकों के लिए भी नए अवसर प्रदान करेगा।

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