अब झांसी में बनेगा विश्व स्तरीय हीट एक्शन प्लान

उत्तर प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ गांधीनगर द्वारा निर्मित जलवायु परिवर्तन के....

अब झांसी में बनेगा विश्व स्तरीय हीट एक्शन प्लान

झांसी। उत्तर प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ गांधीनगर द्वारा निर्मित जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते हुए लू व तापघात के दुष्प्रभाव को मानवीय स्वास्थ्य, जन जीवन, अर्थव्यवस्था पर कम करने के लिए झांसी शहर का चयन हीट एक्शन प्लान बनाने के लिए किया गया है। यह निर्णय राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा किया गया है। यह हीट एक्शन प्लान भारत के प्रतिष्ठित तथा देश का पहला हीट एक्शन प्लान अहमदाबाद में बनाने वाले संस्थान इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ गांधीनगर के द्वारा बनाया जाएगा। प्रथम चरण में झाँसी समेत आगरा, प्रयागराज तथा लखनऊ में हीट एक्शन प्लान बनाने का निर्णय लिया गया है।

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इसके लिए बीते रोज हीट एक्शन प्लान को बनाने के लिए महापौर बिहारी लाल आर्य की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। नगर आयुक्त द्वारा हीट एक्शन प्लान के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की गयी तथा हीट एक्शन प्लान के क्रियान्वयन में आने वाली समस्याओं के बार में चर्चा की गयी। साथ ही महापौर द्वारा लू व तापघात से बचाव को सुझाव दिया गया कि हम गर्मियों में सिर को गमछा से ढक कर, हल्के कपड़े पहन कर गर्मियों के समय उच्चताप से बचाव कर सकते हैं।

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बैठक को सम्बोधित करते हुए प्राधिकरण की प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. कनीज फातिमा ने बताया कि राज्य सरकार लू व तापघात आपदा के लिए पूर्ण रूप से सतर्क है। राज्य स्तरीय हीट एक्शन प्लान बनाया गया था तथा उत्तर प्रदेश के समस्त जिलों में भी हीट एक्शन प्लान बनाया जा चुका है। डॉ. फातिमा ने बताया की उत्तर प्रदेश के द्वारा लू तापघात आपदा के लिए किये गए प्रयासों की सराहना एनडीएमए, भारत सरकार द्वारा भी की गयी है। इन बैठकों में उत्तर प्रदेश के सभी शहरों के लिए हीट एक्शन प्लान बनाने का भी सुझाव दिया गया। इसी दिशा में प्राधिकरण ने प्रथम चरण में झाँसी, आगरा, प्रयागराज तथा लखनऊ में हीट एक्शन प्लान बनाने का निर्णय लिया।

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बैठक में आपदा प्राधिकरण विशेषज्ञ प्रियंका, प्रशांत शाही तथा इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ गांधीनगर के प्रोफेसर डॉ. महावीर गोलेच्छा, पुलिस अधीक्षक नगर ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त मो. कमर, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रमाकांत, उप नगर आयुक्त वीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, पशुचिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. राघवेन्द्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विनीत कुमार एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने बैठक में प्रतिभाग किया।

हिन्दुस्थान समाचार

हीट एक्शन प्लान (Heat Action Plan) एक ऐसी योजना है जिसका उद्देश्य अत्यधिक गर्मी (हीटवेव) के दौरान जनसंख्या की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना है। यह योजना खासतौर पर उन क्षेत्रों के लिए बनाई जाती है जहां गर्मी की तीव्रता अधिक होती है और इसके कारण स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। हीट एक्शन प्लान के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित होते हैं:

  1. सतर्कता और तैयारी: मौसम विभाग के सहयोग से गर्मी की लहरों की पूर्व सूचना प्रदान करना, जिससे लोग पहले से तैयार हो सकें।

  2. स्वास्थ्य जागरूकता: लोगों को अत्यधिक गर्मी के प्रभाव से बचने के तरीकों के बारे में जागरूक करना, जैसे अधिक पानी पीना, धूप में कम निकलना और ठंडे स्थानों पर रहना।

  3. इमरजेंसी प्रतिक्रिया: आपातकालीन सेवाओं को तैयार रखना ताकि अत्यधिक गर्मी से प्रभावित लोगों को त्वरित चिकित्सा सहायता मिल सके।

  4. प्रवर्तन और प्रबंधन: शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए ठंडक केंद्र, पानी की उपलब्धता और सामुदायिक योजनाओं का कार्यान्वयन।

  5. नाजुक वर्गों की सुरक्षा: बच्चों, बुजुर्गों, श्रमिकों और अन्य संवेदनशील वर्गों के लिए विशेष प्रबंध करना ताकि वे हीटवेव के प्रभाव से बच सकें।

हीट एक्शन प्लान आमतौर पर राज्य सरकारों, स्थानीय प्रशासन, और स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार और लागू किया जाता है, और इसमें सामुदायिक सहभागिता को भी प्रमुखता दी जाती है। इसका उद्देश्य मृत्यु दर और बीमारियों को कम करना है जो अत्यधिक गर्मी के कारण हो सकती हैं।

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