इण्डिया इजराइल बुन्देलखण्ड वाटर प्रोजेक्ट के तहत इजराइल टीम के साथ हुई बैठक
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि बुन्देलखण्ड में पानी के इंतजाम की परियोजना के लिये प्रदेश सरकार और इजराइल के..
- बबीना के चिन्हित गांव में इजराइल से सहयोग योजना के माध्यम से होगी खेती
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि बुन्देलखण्ड में पानी के इंतजाम की परियोजना के लिये प्रदेश सरकार और इजराइल के जल संस्थान मंत्रालय के मध्य प्लान आफ को-ऑपरेशन सहयोग योजना पर 20 अगस्त 2019 को समझौते पर हस्ताक्षर हुये थे। योजना का मुख्य उददेश्य बुन्देलखण्ड में पानी के संकट से जूझ रहे क्षेत्र के लिये पेयजल सहित सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता करना है।
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बुन्देलखण्ड में जल प्रबन्धन के क्षेत्र में दीर्घकालीन सुधार के लिये प्लान आफ को-ऑपरेशन के जरिए इण्डिया-इजराइल बुन्देलखण्ड वाॅटर प्रोजेक्ट इजराइल द्वारा विकसित किया जा रहा है। बुधवार को उन्होंने कलेक्ट्रेट में इजराइल टीम के सदस्यों और सम्बन्धित अधिकाारियाें के साथ बैठक की।
जिलाधिकारी ने इजराइल दल के डा. लियो व कंसलटेंट कंपनी के पदाधिकारियों के साथ बैठक में इजराइल दल के सदस्यों को सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, जियोफिजिस्ट ग्राउण्ड वाटर डिपार्टमेंट से विभागीय कार्यों की जानकारी देते हुए, उन्होंने मिनी पायलट परियोजना की शुरुआत के लिये आवश्यक बुनियादी डेटा सूचीबद्व करते हुये उपलब्ध कराया। इजरायल की यह दूसरी विजिट है।
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जिलाधिकारी ने कहा कि सिंचाई विभाग पहुंज बांध और गढ़मऊ झील का जल विवरण, सिंचाई के लिये नहर के संचालन की जानकारी, पेयजल एवं सिंचाई के स्रोत की सम्पूर्ण जानकारी देते हुये डाटा उपलब्ध कराया जा चुका है। जियोफिजिस्ट ग्राउण्ड वाटर डिपार्टमेंट द्वारा विभागीय योजना के माध्यम से पीजोमीटर की स्थापना, कृषि विभाग फसल चक्र की तथा उद्यान विभाग बागवानी फसल पैटर्न की जानकारी उपलब्ध करायी जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि विकास खण्ड बड़ागांव को मिनी पायलट परियोजना में स्वीकृत किया गया है। बैठक से पूर्व इजरायल जल संस्थान मंत्रालय के सदस्य डा. लियो व कंसलटेंट कंपनी के पदाधिकारियों ने विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ क्षेत्र का भ्रमण किया व जानकारियां एकत्र की और अनुभव साझा किये।
उन्होंने ड्रिप इरीगेशन के माध्यम से स्ट्राबेरी खेती को देखा और इस तकनीकी से हो रहे लाभ की जानकारी ली। दल के सदस्य डा. लियो ने बताया कि ग्राम गंगावली को मिनी पायलट परियोजना में शामिल कर लिया गया है। उन्होंने गांव का भ्रमण कर जल संचय के बारे में जानकारी प्राप्त की।
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