हमीरपुर में 1083 टीम घर-घर जाकर दवा खिलाने में जुटीं
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम सुबह से ही अपने-अपने क्षेत्र को कूच कर रही हैं। तीन दिन के अंदर..
- 11.27 लाख लोगों को दवा खिलाने का रखा गया है लक्ष्य
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम सुबह से ही अपने-अपने क्षेत्र को कूच कर रही हैं। तीन दिन के अंदर ही 3.03 लाख लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा चुकी है। शरीर में फाइलेरिया के बैक्टीरिया की मौजूदगी की वजह से कुछ लोगों को हल्का-फुल्का जी मिचलाना, चक्कर आना और पेट दर्द जैसी शिकायतें भी हुई, जो कुछ पल बाद स्वतरू ही दूर हो गई।
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जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) आरके यादव ने बताया कि अभियान में 1095 टीम लगी हुई हैं। तीन दिन के अंदर ही इन टीमों ने 3.03 लाख लोगों को घर-घर जाकर अपने सामने ही फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराया है। इक्का-दुक्का लोगों को छोड़ दिया जाए तो किसी को दवा का सेवन करने के बाद किसी किस्म की कोई दिक्कत नहीं हुई।
जिन्हें दिक्कतें हुई भी वह कुछ ही पलों के बाद पूरी तरह से ठीक हो गए। उन्होंने कहा कि लोग दवा खाने को लेकर उत्साहित हैं और फाइलेरिया रोग से होने वाली तकलीफ से बचने के लिए आगे बढ़कर दवा खा रहे हैं। डीएमओ ने बताया कि 11.27 लाख की आबादी को दवा खिलाने का लक्ष्य है, जिसे टीमों के सहयोग से पूरा कर लिया जाएगा। प्रतिदिन शाम को अभियान की समीक्षा की जा रही है। फिलहाल जनपद में फाइलेरिया रोग की रोकथाम को लेकर शुरू किया गया अभियान रफ्तार से चल रहा है।
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके रावत ने बताया कि फाइलेरिया की दवा खाने से जिन भी लोगों को कोई दिक्कत हुई है, उससे यह बात साफ है कि उनके शरीर में फाइलेरिया का बैक्टीरिया है। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है ताकि इन्हें प्रतिवर्ष फाइलेरिया की दवा खिलाई जा सके। नियमित दवा का सेवन करने से ऐसे लोग हमेशा के लिए फाइलेरिया जैसी बीमारी से बच सकेंगे।
प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई) के जिला समन्वयक पीएस कटियार ने बताया कि उनकी संस्था स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर अभियान की सफलता में लगी हुई है। लोगों की शंकाओं को दूर किया जा रहा है और उन्हें फाइलेरिया रोग को हराने को लेकर दवा खाने को प्रेरित किया जा रहा है। फिलहाल जनपद में अभियान के सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं।
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