पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर ‘ई-वे हब’ बनेंगे वर्ल्ड क्लास सुविधाओं का केंद्र
उत्तर प्रदेश को ‘एक्सप्रेसवे प्रदेश’ की पहचान दिलाने के बाद अब योगी सरकार इन सुपरहाईवे पर वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मुहैया...

राहगीरों को मिलेगी राहत, सीएम योगी के निर्देश पर यूपीडा ने तैयार की कार्ययोजना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश को ‘एक्सप्रेसवे प्रदेश’ की पहचान दिलाने के बाद अब योगी सरकार इन सुपरहाईवे पर वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में कदम बढ़ा चुकी है। इसी क्रम में पूर्वांचल व बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर ‘ई-वे हब’ विकसित किए जाएंगे जो यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुरूप यूपीडा ने विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली है। इस योजना के तहत पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 8 और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 4 ई-वे हब विकसित किए जाएंगे। इससे न सिर्फ यात्रियों को सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इन क्षेत्रों में आर्थिक विकास की भी नई संभावनाएं खुलेंगी।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 40 हेक्टेयर क्षेत्र में बनेंगे 4 ई-वे हब
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर बांदा, हमीरपुर और जालौन जिलों में कुल 4 ई-वे हब विकसित किए जाएंगे। इनमें:
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बांदा: एक्सप्रेसवे के दाहिनी ओर 10 हेक्टेयर भूमि पर ई-वे हब का निर्माण।
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हमीरपुर: बायीं ओर 10 हेक्टेयर क्षेत्र में हब का विकास।
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जालौन: दोनों ओर 10-10 हेक्टेयर क्षेत्र में दो ई-वे हब स्थापित किए जाएंगे।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 81.89 हेक्टेयर में बनेंगे 8 ई-वे हब
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर बाराबंकी, अमेठी, मऊ, गाजीपुर, सुल्तानपुर और आजमगढ़ जिलों में ई-वे हब का विकास होगा:
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बाराबंकी: बायीं ओर 10 हेक्टेयर
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अमेठी: दाहिनी ओर 10.12 हेक्टेयर
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मऊ: बायीं ओर 10.10 हेक्टेयर
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गाजीपुर: दाहिनी ओर 10.52 हेक्टेयर
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सुल्तानपुर व आजमगढ़: एक्सप्रेसवे के दोनों ओर लगभग 10-10 हेक्टेयर भूमि पर निर्माण कार्य प्रस्तावित
कई सुविधाएं एक ही परिसर में
इन ई-वे हब में यात्रियों के लिए निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी:
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पेट्रोल व सीएनजी पंप
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इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन
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फूडकोर्ट व आउटलेट्स
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टॉयलेट व पेयजल सुविधाएं
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बजट होटल व लॉजिस्टिक्स हब
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थीम पार्क व किड्स प्ले जोन
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इंडस्ट्रियल व कॉमर्शियल स्पेस
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सीसीटीवी सर्विलांस से युक्त सुरक्षित परिसर
साथ ही, स्वास्थ्य सेवाओं और शैक्षिक संस्थानों के लिए भी जगह तय की जाएगी। सभी निर्माण कार्य EPC मोड पर कराए जाएंगे ताकि गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित की जा सके।
यात्रियों को मिलेगा नया अनुभव
यह योजना न केवल राहगीरों की यात्रा को आरामदायक बनाएगी बल्कि एक्सप्रेसवे के किनारे बसे क्षेत्रों के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति देगी। योगी सरकार की यह पहल उत्तर प्रदेश को इंफ्रास्ट्रक्चर और यात्री सुविधाओं के मामले में देश में अग्रणी राज्य बनाएगी।
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