खजुराहो में एशिया के पहले हेलीकाप्टर पायलट प्रशिक्षण केंद्र का शुभारम्भ,छोटेे शहरों को उड़ान से जोड़ा जायेगा
खजुराहो की धरती पर मंगलवार का दिन पिछड़े बुंदेलखंड अंचल के लिए खास रहा। यहां आयोजित हुई पांचवीं हेलीकाप्टर एंड स्माल एयरक्राफ्ट समिट में हेलीकाप्टरों ने उड़ान भरना शुरू...
खजुराहो की धरती पर मंगलवार का दिन पिछड़े बुंदेलखंड अंचल के लिए खास रहा। यहां आयोजित हुई पांचवीं हेलीकाप्टर एंड स्माल एयरक्राफ्ट समिट में हेलीकाप्टरों ने उड़ान भरना शुरू किया। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तीन उड़ान प्रशिक्षण संगठनों (एफटीओ) का उद्घाटन किया।
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खजुराहो में अब दो फिक्स्ड-विंग एफटीओ ((फ्लाइंग ट्रेनिंग आर्गेनाइजेशन) और एक हेलीकाप्टर एफटीओ हैं। मध्य प्रदेश में इंदौर में एक, सागर में एक और गुना में एक एफटीओ है। ये छह एफटीओ युवाओं द्वारा क्षेत्र के विकास में योगदान सुनिश्चित करने का प्रमुख माध्यम बनेंगे। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने अक्टूबर में खजुराहो से वाराणसी के बीच वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट की सेवा शुरू करने की घोषणा करते हुए कहा कि खजुराहो के पास संस्कृति का इतना बड़ा भंडार है, उसे आधुनिकता के साथ जोड़ना तभी संभव है, जब यहां उड़ानें बढ़ेंगी।
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छतरपुर ही नहीं पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि खजुराहो को एशिया के पहले वाणिज्यिक हेलीकाप्टर पायलट लाइसेंस प्रशिक्षण संस्थान की सौगात मिली। इससे खजुराहो हेलीकाप्टर पायलट और युवाओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। समिट में इसके लिए पीएचएल और फ्लाईओला कंपनी के बीच करार हुआ। इस अवसर पर खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा, नागर विमानन मंत्रालय के सचिव राजीव बंसल, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला, नागर विमानन मंत्रालय के संयुक्त सचिव असंगबा चुबा आओ सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और केंद्र एवं राज्य सरकार के अधिकारी मौजूद रहे।
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क्या है एफटीओ- एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया की एफटीओ यानी उड़ान प्रशिक्षण संगठन नीति के तहत देश भर में एफटीओ स्थापित किए जा रहे हैं। इनकी स्थापना का उद्देश्य भारत को वैश्विक उड़ान प्रशिक्षण केंद्र बनाना और विदेश में स्थित एफटीओ में भारतीय कैडेटों के पलायन को रोकना है। इनको भारत के पड़ोसी देशों में कैडेटों की उड़ान प्रशिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भी डिजाइन किया जाएगा। खजुराहो सहित देश के पांच हवाई अड्डों का चयन इन जगहों पर मौसम और नागरिक/सैन्य हवाई यातायात के कारण सबसे कम डिस्टर्बेंस के आधार पर किया गया है। यहां विदेशों से भी युवा फ्लाइट उड़ाने की ट्रेनिंग लेने आ सकेंगे। जिस तरह से आपदा के समय केदारनाथ में हेलीकाप्टरों ने काम किया और लोगों की जानें बचाई वो काबिले तारीफ था। केदारनाथ की तरह हम यहां आपदा की स्थिति में हेलीकाप्टरों को उपयोग ले सकते हैं। छोटेछोटे शहरों को उड़ान से जोड़ा जा सकता है और हम जल्द जोड़ने का काम करेंगे। यह बात खजुराहो में सिंधिया ने हेली शिखर सम्मेलन 2023 में कही। श्री सिंधिया ने कार्यक्रम के दौरान आरसीएस. उड़ान 5.2 और हेली सेवा-ऐप को भी लांच किया। इस अवसर पर खजुराहो सांसद वीडी. शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।