उत्तर प्रदेश में सात मई को मॉक ड्रिल होगी — पुलिस महानिदेशक
उतर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पर उत्तर प्रदेश में...

लखनऊ। उतर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पर उत्तर प्रदेश में सात मई को मॉक ड्रिल होगी। सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल करेगा। मॉक ड्रिल कितने बजे होगा, इसको लेकर ज़िला स्तर पर तीन कैटेगरी बनाई गई है। समय से लेकर स्थान जैसे फ़ैसले ज़िला स्तर पर किए जाएंगे। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन वहां के आम नागरिकों के साथ समुचित समन्वय स्थापित करेगें। आम नागरिकों को हवाई हमले, ड्रोन अटैक और मिसाइल हमले जैसी स्थितियों से बचाव की जानकारी साझा करेगें।
बता दें कि जम्मू कश्मीर में पहलगाम के आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने सात मई को देश के कई राज्यों में मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिये हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के भीतर भी मॉक ड्रिल की तैयारियां की जा रही है। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने इस संबंध में पत्रकारों से वार्ता की और मॉक ड्रिल व ब्लैकआउट के संबंध में जानकारी दी।
कल, प्रदेश के 259 प्रमुख स्थानों पर मॉकड्रिल (आपदा पूर्व अभ्यास) आयोजित की जाएगी, जो राज्य में आपदा प्रबंधन व सुरक्षा तैयारियों को परखने का अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह मॉकड्रिल 1971 के बाद पहली बार इतने व्यापक स्तर पर आयोजित की जा रही है, जिसमें सेना, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन सेवा, एनडीआरएफ व अन्य आपातकालीन एजेंसियों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है।
इन प्रमुख शहरों में होगी मॉकड्रिल
इस अभ्यास में प्रदेश के तमाम छोटे-बड़े शहर शामिल किए गए हैं। इनमें खास तौर पर निम्न शहरों में सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय भूमिका में रहेंगी:
बुलंदशहर, आगरा, प्रयागराज, बरेली, गाजियाबाद, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, वाराणसी, मुगलसराय, सरसावा, बीकेटी (बख्शी का तालाब), बागपत और मुजफ्फरनगर शामिल हैं।
लक्ष्य: आपात स्थितियों से तत्काल और प्रभावी प्रतिक्रिया
इस मॉकड्रिल का उद्देश्य किसी भी प्राकृतिक आपदा, आतंकवादी घटना, औद्योगिक दुर्घटना या अन्य आपात स्थिति में त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया देने की क्षमता को परखना है। प्रशिक्षण के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा आम जनता को जागरूक भी किया जाएगा कि संकट की घड़ी में किस प्रकार संयम और सतर्कता के साथ कार्य किया जाए।
जनता से किया गया सहयोग का अनुरोध
प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे इस मॉकड्रिल के दौरान अफवाहों से बचें और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। यह अभ्यास केवल पूर्व तैयारी हेतु है, जिससे किसी आपात स्थिति में जान-माल की हानि को न्यूनतम किया जा सके।
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान उत्तर प्रदेश को एक ‘आपदा-प्रतिक्रिया सक्षम राज्य’ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार
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