हमीरपुर में बाढ़ का खतरा मंडराने पर चीफ इंजीनियर के नेतृत्व में टीम ने किया निरीक्षण
हमीरपुर में दोनों नदियों के खतरे के निशान पार करने के बाद अब यहां बाढ़ से हालात बिगड़ने लगे हैं। शासन के निर्देश पर सिंचाई विभाग के चीफ..
- हमीरपुर शहर के दोनों नदियों के तटबंधों पर 24 घंटे नजर रखने के दिए गए निर्देश
हमीरपुर में दोनों नदियों के खतरे के निशान पार करने के बाद अब यहां बाढ़ से हालात बिगड़ने लगे हैं। शासन के निर्देश पर सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर राजपाल सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने शुक्रवार को यहां आकर बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया।
शहर के दोनों नदियों के तटबंधों का जायजा लेते हुये चीफ इंजीनियर ने 24 घंटे बंधों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए है। कहा कि यदि बाढ़ से कटान होती है तो तत्काल कार्रवाई की जाए।
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बता दे कि कोटा बैराज से लाखों क्यूसेक पानी यमुना नदी में डिस्चार्ज होने से यहां यह नदी दो मीटर खतरे के निशान को पार कर गई है वहीं माताटीला बांध से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बेतवा नदी भी उफना गई है। दोनों नदियों का पानी अब शहर के अंदर निचले इलाकों में भर गया है जिससे लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।
कई मार्ग बाढ़ के पानी से बंद हो गए है। वहीं, तमाम गांव भी बाढ़ के पानी से घिर चुके है। दोनों नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ने और बाढ़ के हालात बिगड़ने की स्थिति बनने पर आज शासन के निर्देश पर लखनऊ से सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर टीम के साथ यहां आए।
मौदहा बांध निर्माण खंड के सहायक अभियंता सरजीत वर्मा ने देर शाम बताया कि चीफ इंजीनियर ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया है। दोनों नदियों के तटबंधों का जायजा लेने के बाद उन्होंने तटबंधों पर चौबीस घंटे नजर रखने के निर्देश दिए है। टीम के निरीक्षण के बाद यहां तटबंधों की सुरक्षा को लेकर कर्मचारी मुस्तैद हो गए है।
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हि.स