भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सवः पहले सत्र में अमन ने हमीरपुर का बढ़ाया गौरव

भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को प्रथम सत्र में हमीरपुर के युवा वैज्ञानिक ने

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सवः पहले सत्र में अमन ने हमीरपुर का बढ़ाया गौरव

-अपने नये आविष्कार का ऑनलाइन प्रेजेटेशन कर युवा वैज्ञानिक ने हासिल किया प्रथम स्थान

भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को प्रथम सत्र में हमीरपुर के युवा वैज्ञानिक ने बाजी मारी है। इसने वर्चुअल कार्यक्रम में अपने नवीन आविष्कार प्रस्तुत कर लोगों को हैरत में डाल दिया है। 
चार दिवसीय भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में आज ऑनलाइन प्रेजेटेशन युवा वैज्ञानिकों ने किया। प्रथम सत्र में हमीरपुर जनपद के सुमेरपुर क्षेत्र के इंगोहटा गांव निवासी अमन धुरिया नवीन आविष्कारों का प्रेजेटेशन कर पहला स्थान हासिल किया। इस सत्र में दस बच्चे युवा वैज्ञानिक के रूप में चुने गये है। डा.विपिन कुमार एनआईएप, प्रोफेसर राजकुमार मिश्रा. डा.योगेश कुलकर्णी, युवा वैज्ञानिकों के आविष्कार ऑनलाइन देख दंग रह गये। 
युवा वैज्ञानिक अमन धुरिया ने बताया कि विद्युत ऊर्जा शरीर के किसी एक हिस्से से गुजरती है और सदमे का कारण भी ये बनती है। विद्युत ऊर्जा के सम्पर्क में आने के परिणाम स्वरूप हो सकता है कि कोई क्षति न हो मगर कई बार इससे गंभीर क्षति या मृत्यु भी हो सकती है। अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में ऑनलाइन प्रेजेटेशन के दौरान युवा वैज्ञानिक ने अपने नये आविष्कार का प्रदर्शन करते हुये बताया कि बिजली के करेंट से हर रोज 30 लोगों की मौतें होती है। वर्ष 2015 में देश भर में 9986 लोगों की मौतें हुयी थी। इसमें मध्यप्रदेश, राजस्थान व महाराष्ट्र में एक-एक हजार लोगों की मौतें हुई थी। इन मौतों को रोकने के लिये ही एसी और डीसी इलेक्ट्रिक शाक स्टाप सिस्टम का आविष्कार किया गया है।
हिन्दुस्थान  समाचार

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