डीएम ने की राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के विभिन्न कार्यों की समीक्षा

डीएम अभिषेक आनंद की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत कराए जाने वाले विभिन्न कार्यों...

डीएम ने की राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के विभिन्न कार्यों की समीक्षा

तालाब से जोड़ें जाएं हर गांव के दस बरसाती नाले

खेत तालाब की प्रगति ठीक न होने पर भूमि संरक्षण अधिकारी द्वितीय व अधीनस्थों से मांगा जवाब

चित्रकूट(संवाददाता)। डीएम अभिषेक आनंद की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत कराए जाने वाले विभिन्न कार्यों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में विगत बैठक की कार्यवृत्यो पर चर्चा हुई। 

डीएम ने कहा कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना का मुख्य उद्देश्य बुंदेलखंड क्षेत्र में वर्षा जल का अधिक से अधिक मात्रा में खेत तालाब के माध्यम से संचयन कर भूगर्भ जल स्तर में वृद्धि एवं संचित जल से अधिक अधिक क्षेत्र की जीवनदायिनी सिंचाई करते हुए सकल फसल उत्पादक बढ़ाकर, तालाबों में मत्स्य पालन, जैविक खेती द्वारा कृषकों की आय बढ़ाना एवं उनको आत्मनिर्भर बनाना है। साथ ही मनुष्य तथा जानवरों के लिए पेयजल की सुविधा दिलाना है। जिलाधिकारी ने खेत तालाब के अंतर्गत प्रगति ठीक न पाए जाने पर भूमि संरक्षण अधिकारी द्वितीय व उनके अधीनस्थ सभी जेई को कारण बताओं नोटिस जारी करने को निर्देशित किया। यह भी कहा कि अनुपालन नहीं हुआ तो कार्यवाही भी होगी। उप कृषि निर्देशक को निर्देशित किया कि खेत तालाब का निरीक्षण करते रहे। भूमि संरक्षण अधिकारीयों को निर्देशित किया की खेत तालाब पर ट्री गार्ड व फेंसिंग के साथ वृक्षों को अधिक से अधिक लगाएं। पीएमकेएसवाई के अंतर्गत आजीविका संवर्धन, वाटरशेड विकास कार्य के बारे में जानकारी लिए एवं निर्देशित किया कि इस कार्य को सही से कराए। 

जिलाधिकारी ने खेत तालाब निर्माण के अंतर्गत भौतिक लक्ष्य व वित्तीय लक्ष्य की जानकारी की। निर्देश दिए कि तालाब का स्थल चयन खेत में ऐसी जगह होनी चाहिए जहां प्राकृतिक रूप से वर्षा जल बहकर एकत्रित हो सके। उन्होंने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया कि स्पिं्रंकलर के लिए जो किसान रजिस्ट्रेशन करने आते हैं उनसे कहें कि खेत तालाब के अंतर्गत भी रजिस्ट्रेशन कराएं। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत उन्होंने कहा कि टोकन बुकिंग जुलाई तक संपन्न कराए। पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत कहा कि बीहड़ एवं बंजर भूमि को सुधार, कृषि उत्पादन योग्य के लिए जिन गांवों को चयनित किया गया है उन गांव में स्थल को चिन्हित कर करना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि हर गांव में 10 स्पॉट ऐसे चिन्हित करें कि बरसाती नाला उस तालाब से जोड़ा जा सके। ब्लॉक प्रमुख मानिकपुर अरविंद कुमार मिश्रा ने कहा कि जनपद में पानी की समस्या है। तालाबों में पानी भरने के लिए कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने मनरेगा, क्षेत्र पंचायत व अन्य विभागों से कहा कि एक-एक तालाब पर कार्य किया जाए तो पानी की समस्या नहीं हो पाएगी। जिलाधिकारी ने अटल भूजल योजना के संबंध में कहा कि इसमें बीहड़ बंजर भूमि सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत समोच्च रेखीय बंध पेरीफेरल बंध, जल संचयन बंध, चेकडैम, भूमिगत पाइप वितरण व अन्य जो कार्य कराए जाने हैं उसे जल्द से जल्द कराए। 

उन्होंने कहा कि बहुउद्देशीय आजीविका सरोवर वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतर्गत जो नए तालाब खोदे जाएंगे इसमें तहसीलवार माइक्रो प्लान बनाकर गांव चिन्हित कर कार्य कराएं। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें परती भूमि चारागाह को भी चिन्हित करें। उन्होंने डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह को निर्देशित किया कि खंड विकास अधिकारियों को लेकर तालाब योग्य भूमि चिन्हित करें। डीएम ने भूमि संरक्षण अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन द्वारा जो लक्ष्य दिया गया है उसे शासन के मंशाानुरूप व गुणवत्तापूर्ण कार्य कराए। इस अवसर पर एसडीएम मऊ राकेश कुमार पाठक, डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह, उप कृषि निदेशक राजकुमार, भूमि संरक्षण इकाई प्रथम देवेंद्र सिंह निरंजन, भूमि संरक्षण अधिकारी चित्रकूट इकाई तुलसीराम, भूमि संरक्षण इकाई द्वितीय राजकुमार यादव, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी सुनहरी लाल, ब्लॉक प्रमुख मऊ सुशील वर्मा आदि मौजूद रहे।

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