बिना लाइसेंस के संचालित हो रहे हैं अस्पताल पर चला सीएमओ का हंटर, तीन अस्पताल सीज
जनपद के उत्तर इलाके में पनकी व कल्याणपुर और दक्षिण इलाके में नौबस्ता व बर्रा में जगह-जगह अस्पताल खुले हैं। इन अस्पतालों में ज्यादातर अस्पताल मानकों को ताक पर रख कर संचालित हो रहे हैं...
कानपुर, (हि.स.)
इसकी जानकारी पर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अख्तियार किया। इस पर सीएमओ ने देर रात पनकी में बने महावीर हॉस्पिटल,़ कल्याणपुर के वेदांता हॉस्पिटल और इसी इलाके के सहारा हॉस्पिटल का लाइसेंस ना होने और अनिमितताओं के चलते हॉस्पिटल को सीज करते हुए हॉस्पिटल संचालकों के खिलाफ मुदकमा भी दर्ज करा दिया। वहीं पनकी के महावीर हॉस्पिटल सचालक के को तत्काल गिरफ्तार भी करवा कर पनकी थाने भेज दिया। हालांकि वेदांता हॉस्पिटल के संचालक मौके से फरार हो गया। पुलिस मालिक की तलाश में जुटी है।
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कल्यानपुर और पनकी में बने हॉस्पिटलों पर जिलाधिकारी आलोक तिवारी और सीएमओ डा. अनिल कुमार मिश्र की निगाहें टेढ़ी हो गई। जिलाधिकारी के आदेश के बाद सीएमओ डॉक्टर अनिल मिश्र देर रात बिना लाइसेंस के चल रहे हॉस्पिटल संचालकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए उन्हें सीज कर दिया। सीएमओ ने सबसे पहले अचानक पनकी में बने महावीर हॉस्पिटल पहुँच गये। वहाँ पर जब हॉस्पिटल संचालक से जब हॉस्पिटल का लाइसेंस माँगा तो वह ना तो लाइसेंस दिखा पाए और ना अन्य कागजात दिखा पाए जिसके बाद सीएमओ ने संचालक को कड़ी फटकार लगाते हुए हॉस्पिटल को सीज कर दिया और पनकी थाने में संचालक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराकर तत्काल गिरफ्तारी भी करा दी।
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उसके बाद सीएमओ सीधे कल्याणपुर के वेदांत हॉस्पिटल पहुँच गए। वेदांत के रिसेप्शन में बैठी युवती सीएमओ को ही नहीं पहचान पाई और सीएमओ से ही पूछताछ करने लगी युवती ने पहले पूछा आप कौन है और क्या काम है। जिसके बाद सीएमओ ने कहा मैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कानपुर हूं। जिसके बाद युवती के भी पसीने आ गए। वही हॉस्पिटल संचालक जब सीएमओ को देख बाहर आये तो संचालक के भी हाथ पैर फूल गये। सीएमओ ने संचालक से सबसे पहले हॉस्पिटल का लाइसेंस माँगा जो हॉस्पिटल संचालक नहीं दिखा सके। अनिमितताओं को देख सीएमओ भड़क गये और हॉस्पिटल को तत्काल सीज करने के आदेश दे दिये। वहीं सीएमओ ने कल्यानपुर थाने में तत्काल वेदांत हॉस्पिटल के संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिये।
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हालांकि पुलिस के आने से पहले हॉस्पिटल संचालक मौके से फरार हो गए। इसके बाद सीएमओ ने कल्याणपुर के सहारा हॉस्पिटल का निरीक्षण किया और खामियांं के साथ अनियमितता पर सीएमओ ने इस हॉस्पिटल को भी सीज करने का निर्देश दे दिया। मीडिया से बातचीत के दौरान गुरुवार को सीएमओ ने बताया कि कल्यानपुर और पनकी में बड़ी मात्रा में बिना लाइसेंस के हॉस्पिटलों का संचालन हो रहा था। जिसकी जानकारी जिलाधिकारी को मिल रही थी। जिलाधिकारी के आदेश के बाद बिना लाइसेंस के चल रहे हॉस्पिटलों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा हैं। पूरे कानपुर में बिना लाइसेंस के हॉस्पिटल नहीं चलेंगे। अगर कोई हॉस्पिटल बिना लाइसेंस के चलते पाया जायेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।
कल्याणपुर और पनकी में सीज हुए छह हॉस्पिटल
कोविड महामारी में अस्पतालों की लापरवाही की शिकायतें मिलने पर जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने सख्त रुख अख्तियार किया है। यही नहीं खुद अस्पतालों का निरीक्षण भी कर रहे हैं। इसी बीच जिलाधिकारी को कल्याणपुर और पनकी में संचालित हो रहे बिना लाइसेंस के अस्पतालों की जानकारी हुई। इसके बाद एक-एक कर बिना लाइसेंस के अस्पतालों को सीज किया जा रहा है। अब तक कल्याणपुर पनकी में छह अस्पतालों को सीज किया जा चुका है, जिनमें पांच अकेले कल्याणपुर के हैं। सीएमओ ने बताया कि अब तक कल्याणपुर के न्यू पल्स हॉस्पिटल, नीलम सरोज, प्रांजल हॉस्पिटल, सहारा हॉस्पिटल, वेदांता हॉस्पिटल और पनकी के महावीर हॉस्पिटल को सीज किया जा चुका है। इसके साथ ही आगे भी ऐसी कार्यवाही होती रहेगी।
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