त्याग की अदभुत मिशाल : भाई को दिया जिगर का आधा हिस्सा, केजीएमयू में हुआ लीवर ट्रांसप्लांट

भाई—भाई का रिश्ता अटूट होता है। एक भाई अपने भाई के लिए कुछ भी त्याग कर सकता है। ऐसा करने वाले केवल त्रेता और द्वापर में..

त्याग की अदभुत मिशाल : भाई को दिया जिगर का आधा हिस्सा, केजीएमयू में हुआ लीवर ट्रांसप्लांट

लखनऊ, 

भाई—भाई का रिश्ता अटूट होता है। एक भाई अपने भाई के लिए कुछ भी त्याग कर सकता है। ऐसा करने वाले केवल त्रेता और द्वापर में ही नहीं रहे अपितु आज भी मौजूद हैं। लखनऊ के आलमबाग निवासी युवक ने अपने भाई को जिगर का आधा हिस्सा देकर त्याग की अदभुत मिशाल पेश की है।

यह भी पढ़ें - Kanpur Test Match : एकांतवास कर भारत व न्यूजीलैंड की टीमों ने ग्रीनपार्क स्टेडियम में बहाया पसीना

किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में 12 नवंबर 2021 को किया गया लीवर ट्रांसप्लांट सफल रहा है और मरीज को आज केजीएमयू से छुट्टी दे दी गई। मरीज 28 वर्षीय पुरुष है, आलमबाग लखनऊ का रहने वाला है। वह एडवांस स्टेज के लीवर सिरोसिस से पीड़ित थे। सर्जरी के एक सप्ताह बाद लीवर डोनेट करने वाले उसके भाई को घर जाने की छुट्टी दे दी गयी थी। वहीं सर्जरी के 11 दिन बाद मरीज को मंगलवार को छुट्टी दे दी गई।

केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एस.एन. शंखवार ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी वर्तमान में एक जटिल सर्जिकल प्रक्रिया है। उन्होंने बताया कि केजीएमयू का यह 13वां सफल लीवर ट्रांसप्लांट है। केजीएमयू लीवर ट्रान्सप्लांट करने वाला यूपी का एकमात्र संस्थान भी रहा है, और एम्स नई दिल्ली और एआरएमवाई आर एंड आर अस्पताल नई दिल्ली आदि सहित अन्य संस्थानों के साथ केजीएमयू के सहयोग से 50 से अधिक अंगों को जरूरतमंद रोगियों में प्रत्यारोपित किया गया है।

यह भी पढ़ें - हल्की बूंदाबांदी ने बढ़ाई सर्दी, लोगों ने लिया गर्म कपड़ों का सहारा

प्रत्यारोपण टीम का नेतृत्व केजीएमयू के कुलपति (डॉ.) बिपिनपुरी ने किया। सर्जरी टीम का नेतृत्व गैस्ट्रोसर्जरी विभाग के डॉ. अभिजीत चंद्रा और डॉ. विवेक गुप्ता ने किया। केजीएमयू के साथ सहयोग समझौता ज्ञापन के अनुसार प्रक्रिया के दौरान मैक्स संस्थान नई दिल्ली से डॉ. शालीन अग्रवाल और डॉ राजेश डे उपस्थित थे।

केजीएमयू के अन्य डॉक्टरों में गैस्ट्रोसर्जरी विभाग के डॉ संदीप कुमार वर्मा शामिल हैं। गैस्ट्रोमेडिसिन से डॉ सुमित रूंगटा, डॉ जी.पी. एनेस्थीसिया विभाग से सिंह, डॉ. रतिप्रभा, डॉ. तन्मय तिवारी। अन्य महत्वपूर्ण महत्वपूर्ण सेवाएं डॉ. एस.एन. संखवार (सीएमएस), डॉ. तूलिका चंद्रा (रक्त आधान), डॉ. अमिता जैन (सूक्ष्म जीव विज्ञान), डॉ. नीरा कोहली (रेडियोलॉजी), डॉ. अविनाश अग्रवाल (क्रिटिकल केयर), डॉ. गौरव चौधरी द्वारा प्रदान की गईं।

यह भी पढ़ें - कार्तिक पूर्णिमा पर की गई आदि गंगा गोमती की आरती, दो लाख दीप भी हुए प्रज्जवलित

हि.स

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
1
funny
0
angry
0
sad
0
wow
1