पूर्वोत्तर रेलवे की सभी क्रॉसिंग स्लाइडिंग बूम से होगी लैस
पूर्वोत्तर रेलवे सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए अब सभी रेलवे क्रॉसिंग के फाटकों को स्लाइडिंग बूम से लैस करेगा। इससे क्रॉसिंग...
पूर्वोत्तर रेलवे सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए अब सभी रेलवे क्रॉसिंग के फाटकों को स्लाइडिंग बूम से लैस करेगा। इससे क्रॉसिंग क्षतिग्रस्त होने की दिक्कत दूर होगी और ट्रेनों की लेटलतीफी भी रुक जाएगी।
यह भी पढ़ें - लखनऊ में बनेगी ब्रह्मोस मिसाइल, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की विश्वसनीयता बढ़ी
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पंकज कुमार ने मंगलवार को बताया कि ठंड के दिनों में कोहरे के बीच अक्सर बस-ट्रक या अन्य वाहनों की चपेट में आने से क्रॉसिंग गेट टूट जाता था। अब स्लाइडिंग बूम लगने के बाद रेल क्रॉसिंग क्षतिग्रस्त होती है तो गेट बंद करने में दिक्कत नहीं आएगी। इसके साथ ही ट्रेनों की रफ्तार भी घटाने की जरूरत नहीं होगी।
यह भी पढ़ें - भगवान भरोसे इस जिले में चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवा, डॉक्टरों को नहीं प्राइवेट प्रैक्टिस से फुरसत
उन्होंने बताया कि रेल क्रॉसिंग फाटकों पर लगाई जाने वाली स्लाइडिंग बूम तकनीक आधारित प्रणाली है। किसी वाहन के टक्कर से यदि रेलवे फाटक क्षतिग्रस्त हो जाता है तो जंजीर बांधकर वाहनों को रोकने का प्रयास किया जा जाता है। ऐसी स्थिति में ट्रेनों को अत्यंत धीमी गति से चलाया जाता है।
यह भी पढ़ें - जनसंख्या विस्फोट: अगले नौ साल में बुंदेलखंड की आबादी 1.40 करोड़ तक होगी
ऐसे में मुख्य लेबल क्राॅसिंग फाटक के क्रियाशील न होने की स्थिति में स्लाइडिंग बूम क्रॉसिंग गेट के रूप में कार्य करता है। इससे ट्रेनें लेट नहीं होती हैं। इस प्रणाली में क्राॅसिंग फाटक के क्षतिग्रस्त होने पर मरम्मत के लिए समय मिल जाता है। इससे कर्मचारियों पर कार्य का दबाव कम हो जाता है।
हिस