नई डिवाइस आरटीईएस के जरिए यात्रियों को जल्द मिलेगी ट्रेनों की सटीक जानकारी
रियल टाइम इंफॉर्मेशन सिस्टम (आरटीईएस) के जरिए जल्द ही यात्रियों को ट्रेनों की सटीक जानकारी मिल सकेगी। इसके लिए करीब 2,700 इलेक्ट्रिक रेल इंजनों में डिवाइस लगाई जा चुकी है। यह डिवाइस जीपीएस के आधार पर ट्रेनों की गति पढ़कर अपडेट जारी करेगी...
लखनऊ
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी (सीपीआरओ) पंकज कुमार ने सोमवार को बताया कि यात्रियों को जल्द ही रियल टाइम इंफॉर्मेशन सिस्टम के जरिए यात्रियों को ट्रेनों की सटीक जानकारी मिलेगी। इसके लिए रेलवे ने तेजी से कार्य शुरू कर दिया है। पहले चरण में अब तक करीब 2,700 इलेक्ट्रिक रेल इंजनों में डिवाइस लगाई जा चुकी। इससे ट्रेनों की पल-पल की सटीक जानकारी यात्रियों को मिल सकेंगी। दूसरे चरण में करीब 6,000 रेल इंजनों में डिवाइस लगाई जाएगी। सभी रेल इंजनों में डिवाइस लग जाने से सिस्टम पूरी तरह से काम शुरू कर देगा।
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उन्होंने बताया कि रेलवे की पहल पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ट्रेनों की जीपीएस के आधार पर निगरानी करेगा। इसरो ने सेटेलाइट के जरिए इस पर कार्य करना शुरू कर दिया है।
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सीपीआरओ ने बताया कि अभी तक नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) के जरिए ट्रेनों की लोकेशन स्टेशन से स्टेशन की मिलती है। बीच की लोकेशन औसत चाल के हिसाब से गणना के आधार पर अपडेट होती है। लेकिन, आरटीईएस के जरिए ट्रेनों के स्टेशन पर पहुंचने की वास्तविक टाइम पता चल सकेगी। इसके अलावा यह भी जान सकेंगे कि ट्रेन किसी जंगल से गुजर रही है या आउटर पर खड़ी है।
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हिन्दुस्थान समाचार