आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती महिलाओं की क्यों की गई गोदभराई
पोषण माह के अंतर्गत शनिवार को जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती एवं धात्री माताओं की गोदभराई की गई। गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार से भरी टोकरी भेंट की।
पोषण माह के अंतर्गत शनिवार को जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती एवं धात्री माताओं की गोदभराई की गई। गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार से भरी टोकरी भेंट की। साथ ही उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को गर्भवती माताओं का पहले से ज्यादा ख्याल रखने को कहा गया। खाने की मात्रा को बढ़ाते हुए नियमित रूप से पौष्टिक आहार का सेवन भी जरूरी बताया ताकि बच्चा स्वस्थ पैदा हो सके।
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बड़ोखर ब्लाक सभागार में जिला कार्यक्रम अधिकारी इशरतजहां ने विभिन्न गांवों से आईं पांच गर्भवती महिलाओं को फूल माला पहनाई और पोषण युक्त वस्तुओं की टोकरी देकर गोदभराई की रस्म अदा की। उन्होंने कहा कि घरेलू नुस्खों से भी बच्चों को स्वास्थ्य पोषण करना अच्छा होता है। जैसे हरी सब्जियां उबालकर तथा प्रोटिन युक्त दालें खिलाने से बच्चा बहुत जल्दी स्वस्थ होता है। जो बच्चे कमजोर रहते है उनके स्वास्थ्य के प्रति सजग रहकर उन्हें जिला अस्पताल के एनआरसी में भिजवाएं जिससे उनको कुपोषण की स्थिति से निकालकर स्वस्थता प्रदान की जा सके।
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डीपीओ ने कहा कि बच्चे को मां के दूध के साथ-साथ ऊपरी आहार भी देने की आवश्यकता है। शारीरिक वृद्धि के लिए सिर्फ मां का दूध काफी नहीं है, मां के दूध के साथ-साथ बच्चे को दिन में कम से कम 4 से 5 बार पौष्टिक आहार देना है। आहार के रूप में घर में बनाया गया भोजन बच्चे को दिया जाना चाहिए। साथ ही खाना खिलाने के पहले हाथ और बर्तन दोनों अच्छे से साफ कर लेना चाहिए। कार्यक्रम में सीडीपीओ धर्मेंद्र सिंह (सदर), बड़ोखर ब्लाक की सुपरवाइजर प्रतिभा त्रिपाठी, आशा नामदेव, आंगनबाड़ी कार्यकत्री राधा पटेल, नीलम, सुमन इत्यादि शामिल रहीं।
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शहर के गुलाब बाग की रहने वाली नीतू देवी ने बताया कि वह पहली बार गर्भवती हुई है। उसके परिवार में गोद भराई की रस्म भी होती है। लेकिन इस कार्यक्रम में सम्मान के साथ उसे कई अहम जानकारियां भी मिली हैं। वह स्वयं व अपने होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान देगी। इसके अलावा अपने परिवार व आसपास गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक भोजन लेने के प्रति जागरूक करेगी।