संस्थान पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर 20 वर्षों से कर रही कार्य : प्रभाकर
विकास पथ सेवा संस्थान ने जल, जंगल व जमीन विषय पर सार्थक चर्चा का आयोजन ग्राम अरछा बरेठी में मंदाकिनी नदी...
जल, जंगल व जमीन विषय पर हुई परिचर्चा
डाबर कंपनी की ओर से प्रदत्त फ्रूट जूस, तेल, शैंपू, नारियल जूस का वितरण किया गया
चित्रकूट। विकास पथ सेवा संस्थान ने जल, जंगल व जमीन विषय पर सार्थक चर्चा का आयोजन ग्राम अरछा बरेठी में मंदाकिनी नदी के घाट में किया। कार्यक्रम का शुभारंभ जल संरक्षण के गीत के साथ हुआ।
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विकास पथ सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. प्रभाकर सिंह ने बताया कि संस्थान पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर 20 वर्षों से जन जागरूकता, वृक्षारोपण, नदी, नालों की सफाई का कार्य कर रही है। इसी क्रम में नदी, नालों के किनारे बसे गांव, स्कूल, कॉलेजों में जल, जंगल व जमीन के संरक्षण के लिए चर्चा का आयोजन किया जा रहा है। बताया कि जल, वर्षा जल के एक-एक बूंद पानी को बचाने के लिए ग्रामीण, स्कूली बच्चों को प्रेरित करेंगे। जिला गंगा समिति चित्रकूट रानीपुर टाइगर रिजर्व के जिला परियोजना अधिकारी गोपाल कृष्ण गुप्ता ने कहा कि नदियों के किनारे खेतों में एकजुट होकर साफ सफाई, अधिक से अधिक पेड़ लगाएं। वह वृक्षारोपण के लिए निशुल्क पौधों को दिलाने में ग्रामीणों का सहयोग करेंगे। इस मौके पर डाबर कंपनी की ओर से प्रदत्त फ्रूट जूस, तेल, शैंपू, नारियल जूस का वितरण किया गया।
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चित्रकूट इंटर कॉलेज कर्वी के क्रीड़ा अध्यक्ष डॉ रमेश सिंह चंदेल ने कहा कि बृक्षों के कटान होने से पर्यावरण असंतुलित हुआ है। इसीलिए पर्याप्त मात्रा में वर्षा नहीं हो रही है। जितने अधिक वृक्ष होंगे उतनी ज्यादा वर्षा होगी। इसलिए पेड़ लगाओ, पानी बरसाओ। उन्होंने चिंता जताई कि मंदाकिनी नदी बंधोईन बांध के आगे धारा रुक गई है। अरछा बरेठी, औदहा, लोहदा आदि गांवों में मंदाकिनी का बहाव नहीं है। यदा कदा गड्ढों में पानी भरा है। यह बेहद चिंता का विषय है। कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी लवलेश सिंह ने किया। गोष्ठी में शिक्षक सुरेश कुमार, राकेश राजपूत, हनुमान यादव, जगन्नाथ वर्मा, प्रकाश वर्मा आदि मौजूद रहे।