सांस्कृतिक नगरी का रूप लेगा महाकुम्भ, शीर्ष कलाकार देगें विभिन्न भाषाओं में प्रस्तुति - जयवीर सिंह
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए विविध विधाओं के शीर्ष कलाकार 43 दिन तक अपनी-अपनी भाषाओं में प्रस्तुती देंगे। इसके लिए पद्मश्री, पद्म विभूषण एवं ख्याति प्राप्त कलाकारों को आमंत्रित किया गया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने पत्रकार वार्ता में कहा कि महाकुम्भ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में देशभर के कलाकारों का संगम होगा। महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए विविध विधाओं के शीर्ष कलाकार 43 दिन तक अपनी-अपनी भाषाओं में प्रस्तुती देंगे। इसके लिए पद्मश्री, पद्म विभूषण एवं ख्याति प्राप्त कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। मेला अवधि के दौरान महाकुम्भ सांस्कृतिक नगरी का रूप ले लेगा।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि महाकुम्भ में आने वाले पर्यटक एवं श्रद्धालु भव्यता, दिव्यता एवं अलौकिकता का अनुभव कर सकें, इसके लिए तमाम सुविधाओं को सुलभ उपलब्ध कराया जा रहा है। महाकुम्भ-2025 में आस्था की डुबकी लगाने के लिए देश के केन्द्रीय नेताओं एवं प्रदेश एवं संघ क्षेत्रों के राज्यपाल, ख्यमंत्रियों तथा एलजी को भी आमंत्रित किया गया है। विभिन्न देशों के राजदूतों को भी इसमें अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए अनुरोध किया गया है।
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पर्यटन विभाग की तैयारियों के बारे में पर्यटन मंत्री ने कहा कि यह भारतीय आस्था के स्पंदन का प्रतीक होगा। राज्य सरकार का प्रयास है कि महाकुम्भ से जो भी श्रद्धालु लौटकर जाये, वह एक सुखद अनुभूति लेकर जाए। विश्व के सनातन संस्कृति को मानने वाले लगभग पचास करोड़ श्रद्धालुओं के इस महाकुम्भ में आने की संभावना है। श्रद्धालुओं को ठहरने, आने जाने में कोई कठिनाई न हो। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए धार्मिक त्रिकोण काशी, अयोध्या एवं प्रयागराज को जोड़कर भ्रमण के लिए तैयार किया गया है। पर्यटन निगम इसके लिए विभिन्न पैकेज के द्वारा सुविधायें भी सुलभ करायेगा।
नववर्ष की बधाई देते हुए जयवीर सिंह ने अपील करते हुए कहा कि सनातन संस्कृति को उचाई पर ले जाने के लिए महाकुम्भ-2025 की ब्राण्डिग एवं मार्केटिंग किया जाये। महाकुम्भ-2025 से संबंधी समस्त जानकारियों के लिए वेबसाइट एवं ऐप बनाया गया है। महाकुम्भ में पांच लाख कारों के लिए पार्किंग तथा घाटों की लम्बाई आठ किलोमीटर से बढ़ाकर 12 किलोमीटर की गयी है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए 10 हजार की क्षमता वाला गंगा पंडाल बनाया गया है। इसके अलावा प्रयाग शहर में 20 छोटे-छोटे मंच भी बनाये गये हैं।
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने कहा कि महाकुम्भ में पर्यटन विभाग अपने पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की हर व्यवस्था के लिए पूरी तरह तैयार है। टेंट सिटी की स्थापना कर दी गयी है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं के पिकप एवं ड्राप की सुविधा भी दी गयी है। सात से आठ मिनटों के भीतर हेलीकाप्टर ज्वायराइड की व्यवस्था करायी गयी है। इसके लिए प्रति व्यक्ति तीन हजार किराया रखा गया है। लगभग एक लाख पचास टेंट स्थापित किये गये हैं। इस अवसर पर पर्यटन निगम की महाप्रबंधक सान्या छाबड़ा, विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया, विशेष सचिव संस्कृति रवीन्द्र कुमार एवं पर्यटन विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
(हि.स.)