कोरोना संक्रमण न थमा तो प्रशासन उठा सकता है सख़्त कदम

जनपद में एक दिन में 40 कोरोना संक्रमित मामले आने पर प्रशासन की चिंता बढ़ गई है और अब संक्रमण को हर कीमत पर रोकने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाने के संकेत दिए हैं...

कोरोना संक्रमण न थमा तो प्रशासन उठा सकता है सख़्त कदम
DM Banda Meeting

जिला अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों बैठक की। बैठक में सख्त लहजे में कहा है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो प्रशासन कड़ा रुख अपना सकता है।  इसलिए सभी प्रशासनिक अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वाहन करने में किसी तरह की लापरवाही न करें।

जिलाधिकारी अमित सिंह बन्सल ने कहा कि यह बहुत ही चिन्ता का विषय है, इसमें यदि लापरवाही बरती गयी तो अंजाम अच्छा नही होगा। उन्होंने कहा कि बहुत आवश्यकता पडने पर ही घर से निकले और बाहर निकलने पर मास्क अवश्य लगायें और सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करें।

जिलाधिकरी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि पूर्व की भांति पुनः डोर टू डोर कान्टेक्ट टेस्टिंग, सक्षम सर्विलान्स और अधिक से अधिक रैपिडऐन्टीजन टेस्टिंग की जाए, जिससे कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी एवं समस्त अधिशासी अधिकारी शहरी तथा ग्र्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई, सेनेटाइजेशन, कूडे का उठान तथा फागिंग का कार्य निरन्तर कराते रहें जिससे इस वैश्विक महामारी को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि ड्यूटी में लगे सम्बन्धित कर्मचारियोें को उनकी जिम्मेदारी तय की जाए यदि लापरवाही पायी गयी तो कार्यवाही के लिए तैयार रहें।

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जिलाधिकारी समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों से रैण्डम आधार पर फोन कर जानकारी लेते रहेें इसके बाद इसकी रिपोर्टिंग जिलाधिकारी कोे की जाए और ग्रामीण क्षेत्रों में बीडीओ की जिम्मेदारी होगी और जो भी कन्टेनमेन्ट जोेन घोषित किये जायेंगे उनमें अब सख्ती बरती जाए आना-जाना अब बिल्कुल बन्द कर दिया जाए, इसकी जिम्मेदारी सी.ओ. सिटी तथा नगर मजिस्ट्रेट की होगी।

उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जहां भी कोेरोना संक्रमित पाॅजटिव मरीज मिले उनकेे लिए होम कोरेन्टाइन केे लिए कोई व्यवस्था नही है उन्हें शीघ्र आइसोलेट किया जाए और उनके टच में जितने भी लोग आयें हो उनकी तत्काल टेस्टिंग की जाए और यदि रिपोर्ट पाॅजटिव है तो शीघ्र एम्बुलेंस भेजकर मरीज को आइसोलेट किया जाए और उनकी देखभाल की जाए। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि कोरोना संक्रमित मरीजों कोे काॅल करके उनके खाने-पीने की जानकारी लेंगे और इसकी रिपोर्टिंग जिला प्रशासन को करेंगे और जिनकी रिपोर्ट निगेटिव है उन्हें 07 दिनों तक होम कोरेन्टाइन रखा जाए, जिससे कोराना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

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बताते चलें कि जिले में एक दिन में ही 40 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। अकेले अतर्रा में 26 नए मरीज मिले हैं। अतर्रा तो हॉट स्पॉट बन गया है। सात बांदा शहर के अलीगंज व एक विसंडा क्षेत्र में पॉजिटिव मरीज मिला है। अब तक कुल 179 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। 40 नए मरीजों में 26 अतर्रा के हैं। इन सभी का रैंडम सैंपल हुआ था। एक ही सम्पर्क की वजह से बस्ती के लोग संक्रमित हुए। इसी तरह अलीगंज व खाईपार में एक व्यक्ति के संक्रमण की वजह से संक्रमितों की संख्या बढ़ गई। यहां एक परिवार वैवाहिक समारोह में गया, जहां से वापस घर लौटे और संक्रमण पूरे मोहल्ले में शुरू हो गया। अलीगंज वाले कोरोना संक्रमित के टच में आने से इंदिरानगर, स्वराजकालोन आदि के 21 लोग संक्रमित हो चुके हैं। डीएम कालोनी में पांच तथा नरैनी के नहरी गांव का एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। विसंडा का एक संक्रमित भी है।

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