केसीएनआईटी में हुआ ‘मिशन शक्ति’ के तहत परिचर्चा का आयोजन
काली चरण निगम इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाॅजी बाँदा में फेसबुक लाइव के माध्यम से ‘‘महिला सशक्तिकरण के लिये कानूनी प्राविधान’’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया...
- ‘‘कानूनी प्रधानों की जानकारी ही एक मात्र बचाव’’
निदेशक महिला कल्याण उत्तर प्रदेश द्वारा निर्देशित एवं एकेटीयू द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के आधार पर दिनांक 17 ये 25 अक्टूबर तक आयोजित विशेष अभियान ‘मिशन शक्ति’ के अन्तर्गत काली चरण निगम इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाॅजी, बाँदा (केसीएनआईटी) में फेसबुक लाइव के माध्यम से ‘‘महिला सशक्तिकरण के लिये कानूनी प्राविधान’’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें देहरादून निवासी, उच्चतम न्यायालय की सीनियर एडवोकेट श्रीमती अंजना साहनी मुख्य वक्ता थी।
यह भी पढ़ें - Railway News : छोटे स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी पैसेंजर, तीन ट्रेनों की श्रेणी में किया बदलाव
इस परिचर्चा में श्रीमती साहनी जी ने पाक्सो कानून के अन्तर्गत बच्चों को यौन हिंसा से बचाव, पुर्नवास तथा हिंसा करने पर मिलने वाले दण्ड के प्रावधानों पर प्रकाष डाला। साथ ही घरेलु हिंसा तथा देहज कानून के अन्तर्गत महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा से बचाव एवं कन्या भ्रूण हत्या रोकने हेतु पी.सी.पी.एन.डी.टी. कानून के अन्तर्गत विभिन्न दण्ड के प्राविधानों पर विस्तार से चर्चा की। इस परिचर्चा के माध्यम से संस्थान में अध्यनरत छात्राओं एवं महिला स्टाफ को संविधान द्वारा प्रदत्य अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि यदि हम कानूनी प्रावधानों की जानकारी रखेंगे तभी हम अपना बचाओ कर सुरक्षित रह सकते हैं।
यह भी पढ़ें - महिला अपराधों की रोकथाम और पीड़ितों को न्याय दिलाने में कारगर होगा हेल्प डेस्क - चन्द्रिका उपाध्याय
इस परिचर्चा में विद्यावती मेमोरियल पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती संगीता लमगोरा, स्कूल की अकादमिक समन्वयक श्रीमती सुनीता गुप्ता और कु. खुशबू यादव, केसीएनआईटी संस्था के कम्प्यूटर सांइस विभाग की सहायक प्रोफेसर कु. प्रीति गुप्ता, इलेक्ट्रानिक्स और संचार विभाग की सहायक प्रोफेसर श्रीमती श्रुति गुलाटी, श्रीमती मिनी अवस्थी ने अपनी सहभागिता दी। परिचर्चा के समापन के पश्चात केसीएनआईटी संस्था में षिक्षा प्राप्त कर चुके पूर्व मेधावी छात्रओं उनके द्वारा महिला सषक्तिकरण के लिए किये गये कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
यह भी पढ़ें - लो जी आ गया रामराज्य, सब्जी से सस्ता हो गया फल
संस्थान के निदेशक पी.के. चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए छात्राओं को यह आश्वासन दिया कि यदि वह किसी भी प्रकार का स्वरोजगार, अपना कर आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं तो संस्था अपने स्तर पर मदद करेगा। परिचर्चा का संयोजन संस्थान के महिला सशक्तिकरण सेल की इंचार्ज मीना कश्यप द्वारा किया गया।
यह भी पढ़ें - महामाई मन्दिर का करीब ढ़ाई सौ साल पहले हुआ था निर्माण
संस्थान द्वारा समस्त देशवासियों से अपील की जाती है की वे स्वयं आरोग्य सेतु एवं आयुश कवच एप्लीकेशन को डाउनलोड करें तथा परिवार के सदस्यों व मित्रों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। सोशल डिस्टन्सिंग तथा सरकार द्वारा जारी अन्य दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना काल में अपनी सहिभागिता दें।