सात जन्मों की कसमें खाकर एक-दूसरे के हुए 526 जोड़े
समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का भव्य आयोजन पं. जे.एन.पी.जी. कॉलेज...
बांदा। समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का भव्य आयोजन पं. जे.एन.पी.जी. कॉलेज बांदा के मैदान में किया गया। गायत्री परिवार के पुरोहितों ने पूरे रीति-रिवाज और मंत्रोच्चारण के साथ 526 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश जल शक्ति विभाग के राज्यमंत्री रामकेश निषाद, जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष मालती बासु गुप्ता, जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप, और अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति ने समारोह को गरिमामय बनाया।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का महत्व
इस अवसर पर राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, जो वर्ष 2017 से शुरू हुई है, गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह में सहायक सिद्ध हो रही है। उन्होंने बताया कि यह योजना सभी वर्गों की बेटियों और अल्पसंख्यक समुदाय की बेटियों को बिना भेदभाव के लाभ पहुंचा रही है।
उन्होंने कहा कि यह योजना न केवल सामाजिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज में दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को समाप्त करने में भी सहायक है। उन्होंने प्रदेश सरकार की अन्य योजनाओं जैसे कन्या सुमंगला योजना, मिशन शक्ति योजना, उज्ज्वला योजना, और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का उल्लेख करते हुए बताया कि ये योजनाएं महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में सहायक हैं।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि को 31,000 से बढ़ाकर 51,000 रुपये कर दिया गया है, जो गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी सहायता है।
जिलाधिकारी की शुभकामनाएं
जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप ने नवदम्पतियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी पहल है, जो गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह में आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
विशेष आयोजन और गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
समारोह में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष लवलेश सिंह, ब्लॉक प्रमुख नरैनी मनफूल पटेल, मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अर्चना भारती ने किया।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ने न केवल 526 जोड़ों को एक नया जीवन शुरू करने का अवसर दिया, बल्कि समाज में समानता और एकता का संदेश भी दिया।