झांसी में कोरोना से हुई मौतों में 13 हृदय संबंधी मरीज व 57 उच्च बी.पी. वाले
कई मरीज लाॅकडाउन और बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से तनाव में आ रहे हैं। ऐसे में दिल के 90 प्रतिशत मरीज इसी तनाव के कारण परेशान हैं..
वैसे तो विश्व हृदय दिवस हर वर्ष 29 सितंबर को मनाया जाता है। लेकिन इस बार वैश्विक महामारी में इसका महत्व बहुत ज्यादा हो गया। दिल के मरीजों के लिए कोरोना काल बहुत चुनौतीपूर्ण है। जनपद में कोविड से हुई मौतों में 13 हृदय संबंधी रोग से ग्रसित थे तो वहीं 57 उच्च रक्तचाप से। इसलिए इस रोग से ग्रसित रोगी को इस विपरीत स्थिति में और बेहतर ध्यान रखने की आवश्यकता है।
यह भी पढ़ें : झाँसी : व्यापारियों ने नहीं भरा बिजली बिल, विद्युत विभाग बना मौन
नियमित दवा व व्यायाम इस रोग से बचाने में काफी हद तक सहायक हो सकता है। यह जानकारी डा. आरएस वर्मा ने विश्व हृदय दिवस पर आयोजित जनपद स्तरीय गोष्ठी में दी। गोष्ठी को संबोधित करते हुए फिजीशियन डा. डीएस गुप्ता ने बताया कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों मे प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इस उम्र के ह्दय रोगियों की संख्या ज्यादा है। इसके अलावा जिन लोगों को डायबिटीज या उच्च रक्तचाप है उन्हें भी यह रोग होने की आशंका बढ़ जाती है।
कई मरीज लाॅकडाउन और बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से तनाव में आ रहे हैं। ऐसे में दिल के 90 प्रतिशत मरीज इसी तनाव के कारण परेशान हैं। इससे ब्लडप्रेशर और ब्लड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। इसके लिए हृदय रोगी नियमित व्यायाम या योगा करें, जो तनाव मुक्त रखने में काफी सहायक है। उन्होंने बताया कि दिल के मरीज को अपने खाने पीने का विशेष ध्यान रखा चाहिए। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डा. विजयश्री ने कहा कि आपका कैलरी इनटेक आपकी शारीरिक सक्रियता और मेटाबॉलिज्म के अनुसार होना चाहिए। भोजन में फलों, सलाद, हरी सब्जियों, साबुत अनाज को प्रमुखता से शामिल करें।
यह भी पढ़ें : विवादित ढांचा विध्वंस मामले में सभी 32 आरोपित बरी
तेल और घी का सेवन बहुत कम करें। प्रतिदिन 30 ग्राम लहसुन खाएं, क्योंकि यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और रक्त संचरण को ठीक करता है। मांसाहार, तली हुई चीजें, फास्ट फूड, वसा युक्त दूध और दुग्ध उत्पाद और चीनी का अधिक मात्रा में सेवन हृदय रोगों की आशंका बढ़ा देते हैं। इसलिए इनके सेवन में सावधानी बरतें। एल्कोहल और धूम्रपान से दूर रहें।
ज्यादा नमक का सेवन करने से बचें। गोष्ठी में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राज किशोर, डा. सुधीर कुलश्रेष्ठ सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।