झांसी के राजकीय संग्रहालय में 18 मई से 27 मई तक चलेगी कार्यशाला
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सांस्कृतिक विरासत को संरक्षण और प्रोत्साहन देने के मकसद से कई अभिनव पहल कर...

विश्व संग्रहालय दिवस के अवसर पर कार्यशाला और संग्रहालयों की छायाचित्र प्रदर्शनी की होगी शुरुआत
झांसी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सांस्कृतिक विरासत को संरक्षण और प्रोत्साहन देने के मकसद से कई अभिनव पहल कर रही है। इसी कड़ी में झांसी के राजकीय संग्रहालय में विश्व संग्रहालय दिवस के अवसर पर 18 मई से 27 मई तक 10 दिनों की विशेष कार्यशाला की शुरुआत होनी है, जिसमें टेराकोटा पर चितेरी कला का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर विश्व के प्रसिद्ध संग्रहालयों के छायाचित्रों की एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
इस अनूठी कार्यशाला के माध्यम से बुंदेलखंड और पूर्वांचल की संस्कृतियों के बीच संगम का प्रयास किया जा रहा है। चितेरी कला बुंदेलखंड की लोकप्रिय कला है, जबकि टेराकोटा पूर्वांचल में लोकप्रिय है और गोरखपुर के टेराकोटा को जीआई टैग प्राप्त है। टेराकोटा पर चितेरी कला के प्रयोग को इस कार्यशाला में प्रशिक्षुओं को सिखाया जाएगा। झांसी की चित्रकार नीलम सारंगी इस कार्यशाला में प्रशिक्षक की भूमिका निभाएंगी। इस कार्यशाला में 50 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है।
राजकीय संग्रहालय झांसी के उप निदेशक डॉ मनोज कुमार गौतम ने बताया कि 10 दिनों की इस विशेष कार्यशाला में बुन्देलखण्ड की चितेरी और पूर्वांचल की टेराकोटा का संगम देखने को मिलेगा। इन दो लोकप्रिय कलाओं के बीच एक अनूठे प्रयोग के उद्देश्य से यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इससे बुंदेलखंड के प्रशिक्षु टेराकोटा के बारे में भी जानकारी हासिल कर सकेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार
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