एसएसआईएस में धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस

जनपद में शिक्षा के माध्यम से विकास की एक नई परिभाषा गढ़ने के उद्देश्य से स्थापित सुषमा स्वरूप इंटरनेशनल...

Sep 6, 2024 - 07:25
Sep 6, 2024 - 07:27
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एसएसआईएस में धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस

बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ सनातन संस्कृति और धर्म का भी ज्ञान जरूरी 

चित्रकूट। जनपद में शिक्षा के माध्यम से विकास की एक नई परिभाषा गढ़ने के उद्देश्य से स्थापित सुषमा स्वरूप इंटरनेशनल स्कूल में गुरुवार को धूमधाम से शिक्षक दिवस मनाया गया। बच्चों के चौमुखी विकास को ध्यान में रखते हुए सुषमा स्वरूप इंटरनेशनल स्कूल बच्चों को शिक्षा के अलावा संस्कृति और अपने धर्म के बारे में भी जानकारी देने का प्रयास करता है। इसी कड़ी में गुरुवार को चित्रकूट के प्रमुख धर्माचार्य डॉक्टर मदन गोपाल दास व्यवस्थापक कामदगिरि पीठम् तथा डॉक्टर रामनारायण त्रिपाठी व्यवस्थापक गायत्री शक्तिपीठ चित्रकूट ने शिक्षक दिवस के अवसर पर बच्चों को भारत के प्रथम उप राष्ट्रपति तथा द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधा  कृष्णन के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए बताया की लगभग 40 वर्षों तक शिक्षण कार्य से जुड़े रहे और उसके बाद वह उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति के पद को भी सुशोभित किया के मुख्य अतिथि सेक्टर मदन गोपाल दास ने स्कूल के संस्थापक अजय अग्रवाल और उनकी धर्मपत्नी चेयर पर्सन श्रीमती रचना अग्रवाल के प्रयासों की बहुत-बहुत प्रशंसा करते हुए कहा कि ग्रामीण अंचल के बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए इन लोगों द्वारा किया जा रहा प्रयास बेहद सराहनीय है। बच्चों को शिक्षा के साथ सनातन धर्म और देश के स्वर्णिम इतिहास से परिचित करा कर ही बच्चों में अच्छे संस्कार विकसित किये जा सकते हैँ। गायत्री शक्तिपीठ के व्यवस्थापक डॉक्टर राम नारायण त्रिपाठी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि  शिक्षक बच्चों के भविष्य निर्माता होते हैं और बच्चे राष्ट्र के निर्माता। विद्यार्थियों को उनके शिक्षकों द्वारा बताई गई इन बातों को ध्यान से सुनना चाहिए और उसे अपने जीवन में उतारने का प्रयास किया जाना चाहिए। पूरे देश में जिनके नाम पर शिक्षक दिवस का आयोजन होता है ऐसे महान दार्शनिक डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन हमारे लिए एक उदाहरण के जैसा है। देश के राष्ट्रपति होते हुए भी उन्होंने कभी भारतीय संस्कृति और परंपराओं की अवहेलना नहीं की। स्कूल कोआर्डिनेटर केशव शिवहरे ने अपने संबोधन में कहा कि सुषमा स्वरूप इंटरनेशनल स्कूल में न सिर्फ शिक्षा पर ध्यान दिया जाता है बल्कि बच्चों में उच्च संस्कार विकसित हो इसके लिए भी समय-समय पर अनेक आयोजन किए जाते हैं। उन्होंने विद्यालय में धर्माचार्य के उद्बोधन को बच्चों के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया। अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्य नीतू वर्मा ने सभी आगंतुक अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में सम्मान समारोह का आयोजन कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्कूल के छात्र छात्राओं सहित समस्त स्टॉफ व गण मान्य लोग मौजूद रहे।

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