पश्चिम रेलवे : 9242 मालगाड़ियों से 18.87 मिलियन टन माल का परिवहन

पश्चिम रेलवे : 9242 मालगाड़ियों से 18.87 मिलियन टन माल का परिवहन
Freight Trains

मुंबई

22 मार्च, 2020 से लागू पूर्ण लॉकडाउन और वर्तमान आंशिक लॉकडाउन के दौरान सबसे कठिन चुनौतियों के बावजूद, पश्चिम रेलवे ने 15 जुलाई, 2020 तक मालगाड़ियों के 9242 रेक लोड करके काफी सराहनीय कार्य किया है, जिनमें पीओएल के1011, उर्वरकों के 1488, नमक के 509, खाद्यान्नों के 95, सीमेंट के 675, कोयले के 370, कंटेनरों के 4468 और सामान्य माल के 43 रेकों सहित कुल 18.87 मिलियन टन भार वाली विभिन्न मालगाड़ियों को उत्तर पूर्वी क्षेत्रों सहित देश के विभिन्न राज्यों में भेजा गया।

इनके अलावा मिलेनियम पार्सल वैन और मिल्क टैंक वैगनों के 403 रेक दवाइयों, चिकित्सा किट, जमे हुए भोजन, दूध पाउडर और तरल दूध जैसी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए उत्तरी और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में भेजे गये। कुल 18,118 मालगाड़ियों को अन्य जोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें 9050 ट्रेनें सौंपी गईं और 9068 ट्रेनों को पश्चिम रेलवे के विभिन्न इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया। इस अवधि के दौरान जम्बो के 1208 रेक, BOXN के 638 रेक और BTPN के 524 रेकों सहित विभिन्न महत्वपूर्ण आवक रेकों की अनलोडिंग पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर मजदूरों की कमी के बावजूद सुनिश्चित की गई।

यह भी पढ़ें : प्रियंका गांधी ने घेरा योगी सरकार को

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर के अनुसार, लगभग 77 हजार टन वजन वाली अत्यावश्यक सामग्री का परिवहन पश्चिम रेलवे द्वारा अपनी 401 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से किया गया है, जिसमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। इस परिवहन के माध्यम से होने वाली कमाई 24.35 करोड़ रुपये रही है।

इस अवधि के दौरान 58 मिल्क स्पेशल गाड़ियों को पश्चिम रेलवे द्वारा चलाया गया, जिनमें 43 हजार टन से अधिक का भार था और वैगनों के 100 % उपयोग से लगभग 7.53 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी प्रकार, 28,700 टन से अधिक भार वाली 333 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके द्वारा अर्जित राजस्व 14.66 करोड़ रुपये से अधिक रहा। इनके अलावा, 4355 टन भार वाले 10 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाए गए, जिनसे 2.16 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ।

यह भी पढ़ें : राखी के व्यापार में कोरोना की चोट

पश्चिम रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में समयबद्ध पार्सल विशेष रेलगाड़ियों को चलाने का सिलसिला लगातार जारी रखा है। इनमें से दो पार्सल स्पेशल ट्रेनें पश्चिम रेलवे से 16 जुलाई, 2020 को रवाना हुईं, जिनमें से पहली बांद्रा टर्मिनस से जम्मू तवी के लिए और दूसरी विशेष दूध रेक पालनपुर से हिंद टर्मिनल के लिए रवाना हुई। इस बीच, एक महत्वपूर्ण निर्णय के अनुसार, 19 जुलाई, 2020 को छूटने वाली ट्रेन नम्बर 00949 ओखा - गुवाहाटी पार्सल विशेष ट्रेन, असम में चांगसारी में शॉर्ट टर्मिनेट होगी और वापसी की दिशा में यह ट्रेन 19 जुलाई, 2020 तक गुवाहाटी में प्रतिबंध बढ़ाये जाने के कारण मौजूदा समय सारिणी के अनुसार चांगसारी से अपनी यात्रा शुरू करेगी।

लॉकडाउन के कारण नुकसान और रिफंड अदायगी : कोरोना वायरस के कारण पश्चिम रेलवे पर कमाई का कुल नुकसान 1743 करोड़ रुपये से अधिक रहा है, जिसमें उपनगरीय खंड के लिए 256.33 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय के लिए 1486.89 करोड़ रुपये का नुकसान शामिल है। इसके बावजूद, 1 मार्च, 2020 से 13 जुलाई, 2020 तक टिकटों के निरस्तीकरण के परिणामस्वरूप पश्चिम रेलवे ने 395.27 करोड़ रुपये के रिफंड की अदायगी सुनिश्चित की है। उल्लेखनीय है कि इस धनवापसी राशि में, अकेले मुंबई मंडल ने 188.68 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड सुनिश्चित किया है। अब तक, 60.71 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द कर दिए हैं और तदनुसार अपनी रिफंड राशि प्राप्त की है।

हिन्दुस्थान समाचार

What's Your Reaction?

like
0
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0