
आंधी के कई घण्टे बीत जाने के बाद भी कई गांव अंधेरे में
बुन्देलखण्ड में आयी रविवार की आंधी से जनपद के महेबा तथा सिरसा कलार विद्युत उपकेंद्रों की विद्युत व्यवस्था पटरी से उतर गई थी। इनको जोड़ने वाली 33 केवीए की लाइनें खंभों से उतर गई थीं। जिसकी वजह से विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई थी और 80 गांव अंधेरे में डूब गए थे। आंशिक सुधार के बाद अभी भी पूरे गांवों की विद्युत आपूर्ति सुचारु नहीं हुई है।
मई को आई आंधी में खराब हुई विद्युत लाइनें ठीक नहीं हो पाई थीं कि रविवार को फिर से आंधी आने की वजह से न्यामतपुर, सिरसा कलार और महेबा के विद्युत उपकेंद्रों की 33 केवीए की लाइनें खराब हो गई थीं। जिससे सोमवार को भी बिजली आपूर्ति बाधित रही। इन केंद्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ फीडरों की आपूर्ति तो चालू हो गई है लेकिन कुछ अभी भी चालू होने की स्थिति में नहीं हैं जिनमें काम कराया जा रहा है। वही न्यामतपुर फीडर से जुड़े पिथऊपुर गांव की आपूर्ति दो सप्ताह से बंद पड़ी है।
महेबा विद्युत उपकेंद्र से जुड़े टिकावली में 8 खंभे उखड़ गए थे। जिनको अभी तक ठीक न किए जाने से पूरे गांव में अंधेरा छाया है। वहीं इस लाइन से जुड़े नलकूप भी बंद रहने की वजह से किसानों की मूंग व मैथा की फसल सिंचाई के अभाव में सूखने लगी है। गांव को जाने वाली लाइन के खंभे जब तक दुरुस्त नहीं किए जाएंगे तब तक आपूर्ति बाधित रहेगी।
About the Reporter
डेस्क रिपोर्ट - जालौन
डेस्क रिपोर्टर जालौन , डेस्क रिपोर्टर जालौन