ई-बूटाथान में भाग लेनेे वाली 40 टीमों में से 9 संस्थानों की 13 टीमें सफल घोषित

डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ, आई.आई.टी. कानपुर एवं राजकीय इंजीनियरिंग काॅलेज, अतर्रा-बाँदा के सहयोग से बी.आई.ई.टी. झाँसी द्वारा 18 अगस्त 2020 से शुरू 07 दिवसीय ई-बूटाथान 02 कार्यक्रम का समापन सोमवार को हुआ...

ई-बूटाथान में भाग लेनेे वाली 40 टीमों में से 9 संस्थानों की 13 टीमें सफल घोषित

  • वर्चुअल लैब और क्लास आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता : कुलपति

समापन समारोह में मुख्य अतिथि एवं डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण वर्चुअल लैब और वर्चुअल क्लास आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

उन्होने कहा कि वर्चुअल लैब और वर्चुअल क्लास छात्र-छात्राओं के भविष्य को देखते हुए उनके विभिन्न पाठ्यक्रमों के पठन-पाठन का एक सुगम साधन है। आज के समय में हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि अधिक से अधिक प्रयोगों का वर्चुअल लैब बनाया जाये, जिससे छात्र-छात्राएं घर में ही रहकर आसान तरीकों से प्रयोगों को कर सकें।

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ई-बूटाथान 02 कार्यक्रम के अंतिम दिवस आज पहले सत्र टेक्निकल सेशन में टीमों का प्रजेन्टेशन ई-बूटाथान 02 के को-आर्डिनेटर डाॅ शहनाज अयूब बी.आई.ई.टी. झाँसी, डाॅ. आशुतोष तिवारी डीन पी.जी. राजकीय इंजीनियरिंग काॅलेज, बाँदा ने किया। कार्यक्रम में कुल 85 टीमों ने रजिस्टेªशन कराया था, जिसमें से 40 टीमों कोे ई-बूटाथान 02 में तथा शेष 45 टीमों को ई-बूटाथान 03 के लिए रजिस्टर्ड किया गया। ई-बूटाथान में प्रतिभाग करने वाली 40 टीमों में से 9 संस्थानों की 13 टीमों को सफल घोषित किया गया, जिसमें 52 छात्र भी सम्मिलित रहे।

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कार्यक्रम में हर्टकोर्ट बटलर यूनीवर्सिटी कानपुर के फूड टेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा 2 प्रयोग, आई.ई.टी. बुन्देलखण्ड यूनीवर्सिटी, झाँसी के फूड टेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा एक प्रयोग, मेरठ इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी मेरठ के इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन विभाग द्वारा तीन प्रयोग, बी.एन. काॅलेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी, लखनऊ के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग द्वारा एक प्रयोग तथा कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चार प्रयोग, बी.आई.ई.टी. झाँसी के इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एक प्रयोग, के.आई.ई.टी. गाजियाबाद के कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग द्वारा नौ प्रयोग, के.आई.टी. कोल्हापुर के कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग द्वारा 03 प्रयोग, आई.आई.एम.टी. ग्रेटर नोएडा के इन्फार्मेशन टेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा 02 प्रयोग तथा यूनाइटेड काॅलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी के इन्फार्मेशन टेक्नोलाॅजी विभाग द्वारा तीन प्रयोगों का वर्चुअल लैब बनाया गया। इस प्रकार कुल 29 प्रयोगों का वर्चुअल लैब बनाया गया।

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कार्यक्रम में सभी मेन्टर्स के साथ-साथ को-चेयर वर्चुअल लैब सेल के एक्सपर्ट शामिल रहे। वर्चुअल लैब सेल के को-चेयर डाॅ0 आशुतोष तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम के अन्तर्गत एक वर्चुअल लैब बनाने वाली प्रतियोगी टीम को सर्टीफिकेट आफ पार्टिसिपेशन, दो वर्चुअल लैब बनाने वाली टीम को सिल्वर सर्टीफिकेट और तीन वर्चुअल लैब बनाने वाली प्रतियोगी टीम को गोल्ड सर्टीफिकेट प्रदान किया जायेगा।

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ई-बूटाथान 02 कार्यक्रम के दूसरे और समापन सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ के  कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक  ने सम्बोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर छात्र-छात्राओं के हित में ई-बूटाथान जैसे कार्यक्रम अधिक प्रभावशाली होंगे। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक वर्चुअल क्लास और लैब विकसित करना है।

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